Home खेल स्मिथ, वार्नर, बेनक्राफ्ट की सजा पर जानिये सचिन का नजरिया !

स्मिथ, वार्नर, बेनक्राफ्ट की सजा पर जानिये सचिन का नजरिया !

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नई दिल्ली, महान बल्लेबाज भारत के सचिन तेंदुलकर ने बुधवार को क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) द्वारा गेंद से छेड़छाड़ मामले में पूर्व कप्तान स्टीवन स्मिथ, उप-कप्तान डेविड वार्नर और सलामी बल्लेबाज कैमरून बेनक्राफ्ट के ऊपर लगाए गए प्रतिबंध का समर्थन किया है। सचिन ने कहा कि खेल को साफ सुथरे तरीके से खेलना चाहिए।

सचिन पर भी 2001 में गेंद से छेडख़ानी के आरोप लगे थे, लेकिन बाद में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने पाया था कि वे गेंद को अंपायर की इजाजत के बिना साफ कर रहे थे, ना कि गेंद से छेडख़ानी कर रहे थे।

क्रिकेट सभ्य लोगों के खेल के रूप में जाना जाता है। इस खेल को माना जाता है कि यह साफ सुथरे तरीके से खेला जाता है। उन्होंने लिखा, जो हुआ वो दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन खेल की अखंडता को बनाए रखने के लिए सही फैसले लेना जरूरी है। जीत जरूरी है लेकिन आप किस तरह से जीतते हैं, यह ज्यादा मायने रखता है।

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में स्मिथ, वार्नर और बेनक्राफ्ट को गेंद से छेडख़ानी का दोषी पाए जाने के बाद सीए ने स्मिथ और वार्नर पर 12 महीनों का प्रतिबंध लगाया है जबकि बेनक्राफ्ट को नौ महीनों का प्रतिबंध सौंपा है। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) ने भी स्मिथ और वार्नर को लीग के आने वाले सीजन से प्रतिबंधित कर दिया है।

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज स्पिन गेंदबाज शेन वार्न ने स्टीवन स्मिथ, डेविड वार्नर व कैमरून बेनक्राफ्ट पर लगे प्रतिबंध पर सवाल उठाते हुए इसे अपराध की तुलना में अधिक कड़ा दंड बताया। वार्न ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) द्वारा लिए गए फैसले के बाद अपने फेसबुक पेज पर एक पोस्ट के जरिए इस प्रतिबंध पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए इस पर सवाल उठाया।

वार्न ने कहा कि मैं हर ऑस्ट्रेलियाई और क्रिकेट प्रशंसक की तरह ही केपटाउन में हुई बॉल टेम्परिंग की घटना से काफी निराश हूं। ऑस्ट्रेलियाई टीम योजना बनाकर शामिल होना और भी शर्मनाक बात है। इसे आप किसी भी तरह से नकार नहीं सकते, लेकिन इस अपराध के लिए दी गई सजा बेहद कड़ी है।

उन्होंने लिखा कि इस मामले में जिस तरह की उन्मादी प्रतिक्रिया हो रही है, उसने इस मामले को इसकी प्रकृति की तुलना में अधिक गंभीर बना दिया है। और, हम वहां पहुंच गए हैं जहां शायद अपराध की तुलना में दंड कहीं अधिक कड़ा हो गया है।

वार्न ने कहा कि मैं अब भी सोच रहा हूं कि सजा क्या होना चाहिए। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन अगर उन्हें एक साल के लिए प्रतिबंधित किया जा रहा है, तो ये सजा अधिक है। इस मामले में अपनी भावनाओं से हटकर सोचें। हम सब गुस्से में और शर्मसार महसूस कर रहे हैं, लेकिन आपको किसी के करियर को तब तक बर्बाद नहीं करना चाहिए, जब तक वे वाकई उसके हकदार न हों।

उनकी ओर से की गई हरकत गलत थी और इसके खिलाफ उन्हें दंड मिलना चाहिए, लेकिन मुझे नहीं लगता कि एक साल का प्रतिबंध इसका जवाब है। अगर मेरी नजर में देखा जाए, तो इन खिलाडिय़ों को चौथे टेस्ट मैच से प्रतिबंधित करना, बड़ा जुर्माना लगाना और कप्तान तथा उप-कप्तान के पद से हटा देना पर्याप्त दंड है।

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