ऋषिकेश। तीर्थनगरी ऋषिकेश के युवा चित्रकार राजेश चंद्र की कलाकृति लंदन के इंटरनेशनल चाइल्ड हेल्थ ग्रुप की प्रदर्शनी में प्रदर्शित हुई है। उनकी इस कलाकृति में पढ़ाई लिखाई की उम्र में मजबूरन खिलौने बेच रहे एक बच्चे का चित्र है, जो बाल मजदूरी और बच्चों की शिक्षा जैसे मौलिक अधिकार पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
लंदन की संस्था इंटरनेशनल चाइल्ड हेल्थ ग्रुप, बाल संरक्षण व नवजात शिशुओं के सेहत को लेकर कार्यरत है। यह संस्था रॉयल कॉलेज ऑफ पेडियाट्रिक्स एंड चाइल्ड की ओर से संचालित की जाती है। कुछ समय पहले संस्था ने स्वस्थ बच्चे स्वस्थ पृथ्वी विषय पर एक ऑनलाइन कला प्रदर्शनी का आयोजन किया था। जिसमें विश्व भर से कलाकरों ने बच्चों से जुड़े अहम मुद्दों पर चित्रकारी कर समाज को एक संदेश देने का प्रयास किया। इसी क्रम में भारत से ऋषिकेश के युवा चित्रकार राजेश की बनाई पेंटिंग कलरफुल ड्रीम्स को संस्था के पोर्टल में प्रदर्शित किया गया है।
राजेश ने अपनी पेंटिंग में ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट पर फिरकी खिलौने बेचते एक बच्चे को प्रदर्शित किया है। यह तस्वीर यह संदेश देती है कि जिस उम्र में बच्चे खेलते कूदते हैं शिक्षा प्राप्त करते हैं, उस उम्र में ये बच्चे किसी न किसी मज़बूरी से बाल मजदूरी करते दिखाई देते हैं। यह तस्वीर यह भी बोध कराती है कि एक नागरिक के रूप में हम सब मिलकर इस स्थिति को सुधारें। शासन-प्रशासन से मांग करने के बजाए अगर हर एक व्यक्ति इसको इंसानियत के नाते देखे और इसके लिए कुछ करे तो सकारात्मक बदलाव लाए जा सकते हैं।
बच्चों के मुद्दे पर गंभीर संदेश देने वाली चित्रकार राजेश की इस पेंटिंग और संदेश को लंदन की संस्था ने अपने पोर्टल पर भी डिस्प्ले किया है। युवा चित्रकार राजेश चंद्र ने बताया कि संस्था की ओर से उन्हें इस कलाकृति के लिए कुछ धनराशि भी प्राप्त होगी, जिसका उपयोग वह पर्यावरण संरक्षण के लिए करेंगे।
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