अमृतसर । पंजाब के अमृतसर जिले में रविवार को एक धार्मिक सभा में फेंका गया ग्रेनेड फट जाने से तीन लोग मारे गए जबकि 15 से 20 लोग घायल हुए है। ये हमला ठीक वैसा ही है जैसा कि जालंधर के मकसूदां थाने में हुआ था। हालांकि मकसूदां थाने में हुए हमले में किसी व्यक्ति की मौत नहीं हुई थी। आज अमृतसर के राजासांसी में हुई घटना के बारे में एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि चेहरा ढके हुए बाइक सवार दो युवक (चेहरे ढंके हुए) राजसांसी इलाके में निरंकारी समुदाय की सभा में ग्रेनेड फेंक कर भाग गए। उस समय वहां करीब 250 लोग मौजूद थे। यह हमला पंजाब पुलिस द्वारा जारी हाई अलर्ट के बीच हुआ है, जिसमें राज्य में छह-सात आतंकवादियों के घुस आने की बात कही गई है। राजासांसी गांव सीमा से सटा गांव है।
इस धमाके के बाद राजधानी दिल्ली और नोएडा की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। आईजी (बॉर्डर) सुरिंदर पाल सिंह परमार ने कहा कि अमृतसर के राजासांसी गांव के निरंकारी भवन में 3 लोग मारे गए हैं जबकि घायलों में 2 लोगों की हालत गंभीर है। सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। इस बीच पंजाब सरकार ने मृृतकों के आश्रितों को 5-5 लाख और घायलों के फ्री इलाज की घोषणा की है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अमृतसर बम ब्लास्ट के पीडि़तों के परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त कीं। अमरिंदर ने जिला प्रशासन को सभी प्रकार की मदद मुहैया कराने को भी कहा है। अमृतसर ब्लास्ट पर पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा, हादसे में जान गंवानेवाले लोगों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। यह पंजाब की शांति को भंग करने की कोशिश हुई है। बता दें कि निरंकारी भवन की अमृतसर से दूरी सिर्फ 7 किलोमीटर दूर है, वहीं इंटरनैशनल बॉर्डर से इसकी दूरी सिर्फ 20 किलोमीटर है। रविवार को यहां बड़ी तादाद में श्रद्धालु जुटते हैं।
Disclaimer : इस न्यूज़ पोर्टल को बेहतर बनाने में सहायता करें और किसी खबर या अंश मे कोई गलती हो या सूचना / तथ्य में कोई कमी हो अथवा कोई कॉपीराइट आपत्ति हो तो वह [email protected] पर सूचित करें। साथ ही साथ पूरी जानकारी तथ्य के साथ दें। जिससे आलेख को सही किया जा सके या हटाया जा सके ।