रिपोर्टर अजय कुमार
(औरंगाबाद, बिहार)केंद्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री एवं राष्ट्रीय लोक समता पार्टी सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल कर गांधीगिरी पर उतर आए हैं। उपेंद्र कुशवाहा ने औरंगाबाद स्थित देवकुंड में केंद्रीय विद्यालय की भूमि आवंटन को लेकर उपवास किया। रालोसपा प्रमुख आजकल एनडीए से नाराज चल रहे हैं एवं लोकसभा चुनाव में उन्हें पर्याप्त सीट नहीं मिलने के कारण भाजपा व जदयू के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है ।
उपवास पर बैठे रालोसपा सुप्रीमो ने बताया कि बिहार में शिक्षा व्यवस्था पूर्ण रूप से चौपट हो गई है जिसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जिम्मेवारी लेनी चाहिए । उन्होंने बताया कि औरंगाबाद में केंद्रीय विद्यालय की स्थापना के लिए लगभग 3 वर्षों से भूमि की मांग की जा रही है परंतु राज्य सरकार के द्वारा विद्यालय खोलने हेतु जमीन नहीं दिया जा रहा है । भूमि के अभाव है केंद्रीय विद्यालय खोलने का कार्य अधर में लटका हुआ है मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नहीं चाहते हैं कि शिक्षा में व्यापक सुधार किया जाए। मुख्यमंत्री दुर्भावना से ग्रसित है जिसके कारण छात्रों का भविष्य चौपट हो रहा है।
उन्होंने बताया कि शिक्षा में सुधार के लिए उन्होंने कई बातें सरकार के समक्ष रखी परंतु उनकी बातों पर अमल नहीं किया जाता है । राज्य की सरकार लगातार अपराध नियंत्रण में विफल हो रही है। सुबे में अराजकता की स्थिति उत्पन्न हो गई है ।अपराधियों के द्वारा रालोसपा नेताओं को टारगेट बनाकर हत्या किया जा रहा है। अब इसे सहन नहीं करेंगे और आर पार की लड़ाई राज्य सरकार के साथ लड़ी जाएगी। उनके साथ उपवास में पूर्व सांसद नागमणि सिंह एवं भारी संख्या में राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के कार्यकर्ता शामिल थे ।
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