कांडी(गढ़वा) : प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत सतबहिनी झरना तीर्थ स्थल राज्य का अनमोल प्राकृतिक धरोहर है। उक्त झरना तीर्थ स्थल स्थानीय लोगों की मदद से 17 वर्षों में इसका रूप-रेखा तैयार किया गया है। कई वर्षों से इस स्थल पर यज्ञ व मेले का आयोजन विकास समिति व ग्रामीणों की मदद से होते आ रहा है। किन्तु इस झरना तीर्थ स्थल को हिन्दू धार्मिक ट्रस्ट से जोड़ दिया गया है। मुखिया संघ अध्यक्ष सह सरकोनी पंचायत मुखिया-मीना देवी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि इस वर्ष उसी हिंदू धार्मिक न्यास बोर्ड के तहत यज्ञ कराया जाएगा।
सोंचने-समझने की बात तो यह है कि पूर्व की विकास समिति व धार्मिक न्यास बोर्ड दोनों समिति इस स्थल पर यज्ञ कराना चाहती है।एक ही स्थल पर एक ही तिथि पर यज्ञ कराना शोभा नहीं देगा।एक ही तिथी पर दो यज्ञ होने से अशांति की लहरें भी आ सकती हैं।अशांति न फैलने को लेकर मीना देवी ने प्रशासन से आग्रह करती हैं कि संभव हो सके तो एक कमेटी को नदी के पूर्व व दूसरे कमेटी को नदी से पश्चिम का स्थान दिया जाए,जिससे किसी को भावना के ठेस नहीं पहुंचे। दोनों कमेटी के लोग एक दूसरे पर केस पर केस कर रहे हैं।स्थानीय लोगों की मदद व उनके अथक प्रयास से इस स्थल का विकास,सुंदरीकरण,मंदिर निर्माण आदि हुआ है। तब जाकर इस स्थल को इतना सुंदर रूप मिल पाया है।साथ ही मुखिया-मीना देवी ने कहा कि डरा धमकाकर किसी को बस में नहीं किया जा सकता है।
साथ ही कहा कि मैं माननीय स्वास्थ्य मंत्री-रामचंद्र चंद्रवंशी जी व वर्तमान सरकार से भी आग्रह करती हूं की सतबहिनी के विकास के लिए आग्रह करती हूं।कुछ लोग स्वार्थ में आकर राजनीति कर रहे हैं तो कुछ लोग मंत्री जी के नजदीकी बनने के लिए कोशिश कर रहे हैं।प्रेस के माध्यम से जिला प्रशासन से मीना देवी ने आग्रह किया है कि जन भावना को देखते हुए शांतिपूर्ण तरीके से यज्ञ कराने का कृपा करें।
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