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हरिहरपुर : प्रिंस के अभिभावक ने दिलाया था दाखिला, कर दी गयी हत्या, पढ़ें पूरी खबर

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संवाददाता-विवेक चौबे

हरिहरपुर- ओपी क्षेत्र के मझिगावां पंचायत के एक अत्यंत निर्धन व्यक्ति -शंभू शर्मा ने अपने पुत्र प्रिंस शर्मा का दाखिला 28.07.2016 को रुड़की इंजिनीयरींग एंड टेकनालॉजी शामली,कैराना उत्तर प्रदेश में कराया था। दाखिला के बाद माता – पिता तथा रिस्तेदारो से केवल फोन के हीं माध्यम से बात हो पाती थी । पर दाखिला को केवल एक माह पन्द्रह दिन ही हूए थे कि 13.09.2016 को जब प्रिंस की मां -उषा शर्मा ने फोन किया तो प्रिंस की जगह कॉलेज से यह कहा गया की आपके पुत्र की मृत्यु यमुना नदी में नहाने के क्रम में डूबने से हो गई है। उसके बाद तो परिवार पर मानो दुखों का पहाड़ टुट पड़ा।

ईधर मृतक प्रिंस शर्मा के शव को लेने के लिए परिवार के तरफ से भतीजा गोविंद शर्मा एवं दामाद चदंन शर्मा गये। बताते चले की कॉलेज के जानकारीयों के अनुसार 13.09.2016 को दो लड़के पहला प्रिंस शर्मा गढ़वा व दुसरा किशन कुमार खरसावां की मृत्यु यमुना नदी में नहाने के क्रम में हो गई थी। लेकिन प्रिंस शर्मा के माता – पिता इस घटना को मानने को तैयार नहीं हैं कि उनके पुत्र की मृत्यु नदी में डूबने से हूई है। शंभू शर्मा के पुत्र -प्रिंस के हॉस्टल के आउट और इन टाइमिंग रजिस्टर पर हस्ताक्षर के आधार पर पुत्र की हत्या की आशंका जताया जा रहा है, क्योंकी 13.09.2016 को आउट टाइम पर 11:00 बजे तथा इनटाइम पर 5:30 शाम को हस्ताक्षर है ।

इसी आधार पर माता पिता का कहना है कि जब हमारे पुत्र की मृत्यु दोपहर 2:30 बजे हूई है तो उसी शाम को 5:30 बजे हस्ताक्षर कैसे हूई है।प्रिंस के माता – पिता न्याय पाने हेतू कई जगहों पर गुहार लगा चूके हैं ,लेकिन उन्हें उचित न्याय नहीं मील पा रहा है । यह खबर कई बार समाचार पत्रों के माध्यम से भी प्रकाशीत हो चुकी है । प्रिंस के अभिभावक उपायुक्त गढ़वा ( नेहा अरोड़ा ) , उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री -योगी आदित्य नाथ तथा गृह मंत्रालय भारत सरकार तक के दरवाजों को खटखटा चूके,लेकिन उन्हे न्याय नहीं मीला ।

अब देखना यह है कि प्रिंस के माता – पिता को अंत तक न्याय मीलता है अथवा नहीं।

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