अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का हल शांति से निकालने के लिए शिया वक्फ निरंतर कर रहा कोशिश
अयोध्या। उत्तर प्रदेश की धर्म नगरी अयोध्या में विवादित जमीन पर राम मंदिर का निर्माण कराने के लिए शिया वक्फ सेंट्रल बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी का प्रयास जारी है। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर बात न बन पाने के बाद आज वो इलाहाबाद में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि से मिलने पहुंचे। इस दौरान वसीम रिजवी ने महंत नरेंद्र गिरि से कहा कि अयोध्या में राम मंदिर को लेकर हम बहुत गंभीर हैं इसलिए हम राम मंदिर को लेकर अपनी सुलहा की कोशिश को जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि मंदिर विवाद का निवारण आसानी से हो जाए, जिसको लेकर हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।
आपको बता दें कि सुलाह की कोशिशे के बीच वसीम अयोध्या में संतों से भेट करने गए थे। अयोध्या में रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद आपसी सहमति से हल होने की मुहिम के तहत अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी रामनगरी पहुंचे। उन्होंने यहां मंदिर निर्माण को लेकर रामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपालदास सहित नुिर्वाणी अनी अखाड़ा के श्रीमहंत धर्मदास औक दिगंबर अखाड़ा के महंत सुरेशदास से मुलाकात की। इसके बाद मीडिया से मुखातिब होने से पहले मंदिर-मस्जिद विवाद से जुड़े प्रतिनिधियों ने महंत धर्मदास के सात बंद कक्ष में बैठक की।
बैठक में कुछ ही देर में बाबरी मस्जिद के मो. इकबाल भी शामिल हुए। इस दौरान लगा कि विवाद के हल का कोई ठोस फार्मूला आकार लेने को है। इसी बीच बंद कक्ष का दरवाजा खुला और मो. इकबाल झल्लाए से बाहर निकले। उन्होंने शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष के रुख को सुन्नियों का अपमान बताया उन्होंने कहा कि देश की आजादी के पहले से ही बाबरी मस्जिद की लड़ाई सुन्नी लड़ते रहे हैं और शियाओं ने कभी कोर्ट-कचहरी तक जाने की जरूरत नहीं समझी।
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