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कुशीनगर में ट्रेन बैंन टक्कर वाली हादसे के बाद रो पड़ा दुदही क्षेत्र बच्चों के शौक में बंद रखी व्यापारियों ने अपनी दुकानें

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उपेन्द्र कुशवाहा

पडरौना, कुशीनगर : कुशीनगर में दुदही रेलवे स्टेशन के पास गुरुवार को मानव रहित क्रॉसिंग पर हुई ट्रेन से बैंन की टक्कर के हादसे के बाद 13 बच्चों की मौत को लेकर पूरा दुदही रो पड़ा बच्चों के मौत के गम पर जहां बाजार बंद रहे वही जिन 13 बच्चों की मौत हुई है उनके परिवार के लोगों  के मातम छाया हुआ है | इस घटना से कुशीनगर जिले का कोई ऐसा इंसान नहीं होगा जो इस हादसे  पर रोया नहीं  होगा ?

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और जब मृतक के परिजनों से मिल भावुक हो उठे सीएम योगी

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जब मृतक के परिजनों से मिल भावुक हो उठे सीएम योगी

कुशीनगर के दुदहीं मानव रहित फाटक पर डिवाइन मिशन स्कूल की बस के दुर्घटना में तो  एक परिवार के तीन बच्चों की मौत हो गई। जबकी 3 परिवारों ने अपने दो-दो मासूम बच्चों को खो है। इस हादसे के बाद मृतकों के परिजनों को ढ़ाढ़स बधाने दुददी पहुंचे  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी स्वयं पर संयम नहीं रख पाए और भावुक हो गए। उन्होंने मृतकों के परिजनों को आश्वस्त किया दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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तो इस स्कूल वैन में कुल 17 बच्चे थे सवार

दुदही मानव रहित समपार पर डिवाइन मिशन स्कूल दुदहीं कुशीनगर स्कूल में पढ़ने वाले 13 बच्चों की मौत हुई है। इस स्कूल के लिए सेवाएं देने वाली स्कूल बस में कुल 17 बच्चे सवार थे |

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13 बच्चों की हुई मौत में यह है शामिल

मिश्रौली गांव के ग्राम प्रधान अमरजीत ने इस हादसे में अपने तीन मासूम बच्चों संतोष, रवि और सात वर्षीय बेटी रागीनी को खो दिया। पड़रोन मुडरई गांव निवासी हैदर अली के दो बेटे गोहू उम्र 8 वर्ष और मरूल उम्र 10 वर्ष की मौत हो गई।

इस हादसे ने बतरौली गांव निवासी हसन की दो बेटियों साजिदा11वर्ष और तम्मना 10 वर्ष को सदा के लिए छीन लिया। मैहिहरवा गांव निवासी मैन्नुद्दीन से उनके एक बेटे मिराज उम्र 8 वर्ष और बेटी मुस्कान 7 वर्ष को इस हादसे ने छीन लिया। इसके अलावा कोकिला पट्टी निवासी नौसाद के 8 वर्षीय बेटे अतिउल्लाह, मैहिहरवा के जहीर के पुत्र 9 वर्षीय पुत्र अरसद और इसी गांव के नजीर के पुत्र 8 वर्षीय पुत्र अनस नरोड़ की मौत हो गई। बतरौली निवासी अम्बर सिंह के 8 वर्षीय बेटा हरिओम भी इस हादसे में सदा के लिए छीन गया। हादसे के बाद इस परिवारों में कोहराम मचा हुआ है।
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ड्राइवर समेत पांच को किया गया मेडिकल कॉलेज रेफर

कुशीनगर जिला अस्पताल से चार बच्चों की हालत गंभीर देखते हुए बीआरडी मेडिकल कालेज रेफर किया गया। पूरे रूट पर पुलिस बल तैनात कर ताकि एम्बुलेंस को वापस लाने में दिक्कत न हो, घायलों को लाया गया। मेडिकल कालेज में उपचार के लिए स्कूली छात्र कृष्णा, तालीम, समीर और रोशनी को लाया गया है। इसके अलावा स्कूल बस को चला रहे चालक को भी मेडिकल कालेज में पुलिस अभिरक्षा में भर्ती कराया गया है। सभी की हालत काफी गंभीर है।
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बच्चों ने सोचा नहीं था कि ड्राइवर अंकल हो जाएंगे इतना लापरवाह

गुरुवार की सुबह भी रोज की तरह ही थी। सुबह साढ़े पांच, छह बजे नींद से जागे। फिर रोज की तरह स्कूल जाने के लिए घरों में मची भागदौड़। रसोई में जुटकर मम्मी ने टिफिन तैयार की। पापा ने बैग तैयार किया। यूनिफार्म पहनकर तैयार ही हुए थे कि बाहर वैन का हार्न सुनाई पड़ा और भागकर उसमें सवार हो गए बच्चे।

रोज की तरह सब चहक रहे थे। बीते दिन स्कूल बंद होने से लेकर गुरुवार सुबह वैन में सवार होने तक की हजार बातें एक-दूसरे को बताते, शोर मचाते बच्चे स्कूल की ओर बढ़े चले जा रहे थे। तब किसी ने नहीं सोचा था कि थोड़ी ही देर बाद यह वैन एक ऐसे हादसे का शिकार हो जाएगी जिसमें हंसते-खिलखिलाते इन मासूमों की चहंचहाना हमेशा के लिए खत्म हो जाएगा
वैन वाले ड्राइवर अंकल पर बच्चों को बेहद भरोसा था। वे उनकी ड्राइविंग से निश्चिंत थे। कभी सोचा भी न था कि ड्राइवर अंकल इतनी बड़ी लापरवाही कर देंगे कि अपने साथ-साथ उनकी जिन्दगी भी दांव पर लग जाएगी। दुदुही रेलवे स्टेशन के पास जिस मानव रहित क्रासिंग पर यह हादसा हुआ वहां से गुजरना बच्चों के लिए रोज की बात थी।

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