लखनऊ. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक मंगलवार को शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स 484 पॉइंट रहा. यह देश में सबसे ज्यादा था. इसका मतलब हुआ कि मंगलवार को लखनऊ की हवा देश में सबसे जहरीली रही. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की रिपोर्ट के मुताबिक लखनऊ का एक्यूआई सूक्ष्मतम कण पीएम2.5 के अधिक होने से बढ़ गया है. यानी वाहनों के धुंए, निर्माण कार्यों के चलते सीमेंट और मौरंग की धूल व डीजल के जलने पर निकलने वाली हानिकारक गैसों ने प्रदूषण बढ़ा दिया है.। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ सबसे प्रदूषित शहरों में शुमार है. अब लखनऊ के डीएम ने अब साफ कर दिया है कि जल्द ही शहर में 15 साल पुरानी पेट्रोल और 10 साल पुरानी सभी डीजल गाड़ियों पर रोक लगाई जाएगी. इससे पहले 15 दिसंबर तक जागरूकता अभियान चलाया जाएगा ताकि लोग अपनी गाड़ियों को खुद ही हटा दें। ।डीएम कौशल राज शर्मा ने मंगलवार को पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के साथ आरटीओ, पीडब्ल्यूडी, नगर निगम और लखनऊ मेट्रो के अधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक में शहर में एयर पॉल्यूशन के लिए जिम्मेदार विभागों को चेताया गया. साफ कर दिया गया कि किसी भी हाल में शहर की आबोहवा को जहरीला बनाने वाले फैक्टर्स बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे.। उन्होंने कहा कि महीने भर में एयर इंडेक्स की गंभीरता से मॉनीटरिंग की जानी है. डीएम लखनऊ ने साफ कर दिया कि जिनके पास 15 साल पुराने पेट्रोल और 10 साल पुरानी डीजल गाड़ियां हैं. ऐसे गाड़ी मालिक माइंड मेकअप कर लें क्योंकि आने वाले वक्त में उन्हें अपनी पुरानी गाड़ी सड़क से हटानी ही होगी।
देश में सर्वाधिक प्रदूषित शहर – शहर–एक्यूआई लखनऊ–484 , गाजियाबाद–467, कानपुर–448मुरादाबाद–420नोएडा–410पटना–404
यह भी पढ़ेे: लखनऊ की सड़कों पर अब नहीं चलेंगी पुरानी पेट्रोल-डीजल की गाड़ियां
Disclaimer : इस न्यूज़ पोर्टल को बेहतर बनाने में सहायता करें और किसी खबर या अंश मे कोई गलती हो या सूचना / तथ्य में कोई कमी हो अथवा कोई कॉपीराइट आपत्ति हो तो वह jansandeshonline@gmail.com पर सूचित करें। साथ ही साथ पूरी जानकारी तथ्य के साथ दें। जिससे आलेख को सही किया जा सके या हटाया जा सके ।