उपेन्द्र कुशवाहा
पडरौना,कुशीनगर। जनपद मुख्यालय पडरौना से उत्तर क्षेत्र अपवादों में न पड़े तो यह सत्य है आज तक विकास के नाम पर ढ़कोशला ही रह गया है। चुनावी समर में विकास की बाते सबको याद आती है पर चुनाव के बाद वादे यादे सब भूल जाते है।यह सर्व विदित है कि विरासत में जो मिली वह क्षेत्र में दैवीय त्रासदी बाढ़ हो या मानवीय त्रासदी अपहरण,डकैती की साये में जीवन का सपना यहा सब कुछ ढ़क गया है।देश मे विकास का ढ़िढोरा भले पीटा जा रहा हो,ढ़िढोरा की आवाज सुनकर इस क्षेत्र के आशान्वित जनता के कटे पर नमक छिड़कने जैसा है।
लोगों की दुश्वारियां
सदर मुख्यालय के उत्तर क्षेत्र खेती किसानी के रूप में खरीफ और रवि फसल के मामले में आगे है।लेकिन सरकारी मिशनरियों के मामले में स्थित बेहद पीछे है।पडरौना सदर से उत्तर विकास खंड विशुनपुरा क्षेत्र जिला पश्चिमी चंपारण बिहार से सटा हुआ है।दोनों जिलों की बीच देखा जाय तो सीमा रेखा का बटवारा प्राकृतिक रूप में गंडक नदी नालों से शुरू हुई है।जो लगभग 8 किमी चौड़ा क्षेत्रफल की भूभाग को अपने आगोश में समा लिया है।यही कारण है कि दोनों जिलों की दूरियां कोसो दूर हो गई है।एक जिले से दूसरे जिले की 8 किमी दूरी की जगह 61 किमी की फासला बढ़ाकर दोनों जिलों के सामने लोगों की दुश्वारियां पैदा हो गई है।
रोजगार के अपार संभावनाओं का सपना साकार हो जाएगा
प्रत्येक वर्ष आने वाली बाढ़ से बचाव कार्य के नाम पर दोनों जिले की कमोवेश हजारों करोड़ रुपया खर्च हो जाता है।लेकिन आज तक न कोई स्थायी समाधान मिला है न ही बाढ़ और कटाव से राहत।जब कि सिर्फ एक बार सैकड़ो करोड़ रुपये की खर्च से जटहा-बगहा सेतू तैयार हो जाएगा इससे निश्चित ही आम जनता को हमेशा के लिए स्थायी समाधान मिल जाएगा। गंडक की विकराल रूप में फैली हजारों एकड़ जमीन सुरक्षित हो जायेगे।किसानों की खेतों में हरियाली की फसल उगने लगेगी। बाढ़ से बरबाद हुए किसान के दिन की खुशियां लौट आएगी।आम जनता के लिए 61 किमी की दूरी घट कर 8 किमी हो जाएगी। वही दोनो राज्य के बेरोजगार युवाओं के लिए रोजगार के अपार संभावनाओं का सपना साकार हो जाएगा।
पुल निर्माण के लिए हर संभव कोशिश करने का वादा
इस परिप्रेक्ष्य में जनता की आवाज को सुनकर गुरुवार को जनपद के एबीवीपी के युवा नेता प्रवीण गुंजन,पूर्व छात्र संघ के अध्यक्ष गौरव तिवारी द्वारा जटहा-बगहा सेतुबंध के निर्माण के लिए बनने वाली प्रस्तावित पूल स्थल पर पहुच कर यहा की भौगोलिक परिस्थितियों का जायजा लिए।इनके साथ समाज सेवी प्रमोद रौनियार,छात्र संघ नेता विक्की मिश्रा, प्रदीप ओझा,नवनीत तिवारी अलावा ग्राम प्रधान मनोज चौरसिया सम्मानित व्यापारी प्रदीप जायसवाल, इंडेन ग्रामीण वितरक राजेन्द्र जायसवाल, धनंजय रौनियार, लल्लन व्याहुत, अजय रौनियार, उत्तिम गुप्ता,धनंजय चौरसिया,सिब्बन मोदनवाल,बीडीसी संतोष जायसवाल, विजय रौनियार सहित क्षेत्र के गणमान्य प्रतिनिधि व सम्मानित लोगों के साथ बैठक भी किया गया।
बैठक में श्री गुंजन ने कहा कि जटहा-बगहा पुल की मांग को उचित ठहराते हुए, पुल निर्माण के लिए हर संभव कोशिश करने का वादा किये। वहीं गौरव तिवारी ने जनता की मांगों की सराहना करते हुए कहा कि पहले ज्ञापन विज्ञापन के माध्यम से पूल निर्माण की मांग को प्रशासन और जन प्रतिनिधियों को सौपा जाएगा। मांग न माने जाने पर पूल निर्माण के लिए धरना प्रदर्शन करके अपनी मांग को अवश्य पूरा कराया जाएगा।इसके लिए यदि चाहे गोली या लाठी भी खानी पड़े अपनी मांग को पुरा करके ही माना जायेगा। श्री तिवारी ने कहा कि आगामी 13 मई को इसी स्थान पर बैठक होगी।जिसमे क्षेत्र के गणमान्य नागरिक सम्मानित जनता को शामिल होने का आह्वान किये है।
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