लखनऊ । उत्तर प्रदेश मथुरा रेलवे स्टेशन पर शातिर को शक होने पर ही पकड़ा गया था। रेलवे स्टेशन पर बीते रविवार को टीटीई ने बिना टिकट भोपाल जाने वाली शताब्दी एक्सप्रेस में यात्रा कर रहे एक शख्स को जीआरपी के हवाले किया था। वह जांच पुलिस को कुछ संदिग्ध लगा।
जब एटीएस ने पूछताछ की तो उसकी पहचान जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग का रहने वाले 30 वर्ष के बिलाल अहमद वानी के रूप में हुई। पहले तो इसने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश करते हुए गूंगा-बहरा होने का नाटक किया। इसके बाद जब पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की उसने सुरक्षा एजेंसियों को बताया कि वो पुलिस को देखकर डर गया था। मथुरा जंक्शन पर पकड़े गए कश्मीर के अनन्तनाग के बिलगांव निवासी बिलाल अहमद वानी से पूछताछ में अभी तक उसका आतंकी कनेक्शन नही निकला है। उससे बरामद आइडी प्रूफ भी सही पाए गए हैं।
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मामला सामने आने के बाद पुलिस ने इसकी सूचना इंटेलिजेंस, आईबी, आर्मी और ख़ुफिया विभाग के अधिकारियों को दी। मामला कश्मीर से जुड़ा होने की वजह से बिलाल को संदिग्ध मानते हुए जांच शुरु हुई। इस युवक की तलाशी के दौरान संदिग्ध युवक के पास से आधार कार्ड मिला। इसके बाद लखनऊ से यूपी एटीएस की टीम संदिग्ध युवक से पूछताछ करने के लिए मथुरा रवाना की गई।
एटीएस की टीम ने बिलाल अहमद वानी के ठिकानों की जांच की तो उसके किसी भी आतंकी कनेक्शन से जुड़े होने का मामला सामने नहीं आया है। इसकी पुष्टी खुद यूपी एटीएस के आईजी असीम अरुण भी कर चुके है। फिलहाल एटीएस की टीम बिलाल से गुप्त स्थान पर पूछताछ कर रही है। वहीं बिना टिकट यात्रा करने के मामले में आज बिलाल को यूपी एटीएस की टीम रेलवे मजिस्ट्रेट के सामने पेश करेगी।
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