Lakhimpur Kheri Farmer Protest: लखीमपुर खीरी हिंसा (Lakhimpur Kheri Violence) मामले में हजारों किसान एक बार फिर विरोध प्रदर्शन करने के लिए रोड पर उतर आएं हैं। इस बार उनकी मांगों में सबसे प्रमुख मांग केंद्रीय राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी की बर्खास्तगी की बताई जा रही है।
लखीमपुर खीरी के अनाज मंडी में होने वाला यह धरना 21 अगस्त तक चलने वाला है। पंजाब के लगभग 10,000 किसान लखीमपुर खीरी में केंद्र सरकार के खिलाफ 72 घंटे के विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने वाले हैं। वहीं संयुक्त किसान मोर्चा ने लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में ‘न्याय की मांग’ करने के लिए विरोध प्रदर्शन का आह्वान भी किया है।
बता दें कि इस तीन दिवसीय चलने वाले विरोध प्रदर्शन में किसान नेता राकेश टिकैत, दर्शन पाल और जोगेंद्र उग्रा भी शामिल हैं। इस महाधरने में शामिल होने के लिए पंजाब और हरियाणा के अलग-अलग हिस्सों से हजारों किसान लखीमपुर खीरी भी पहुंचे हैं। किसानों के इस तीन दिन के महाधरने में किसान प्रदर्शनकारी किसानों पर दर्ज मुकदमों को वापस लेने और तिकुनिया समझौते के तहत घायल हुए किसानों को 10 लाख का मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं।
राकेश टिकैत से जब पूछा गया कि क्या ये प्रदर्शन 2024 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रख कर रखा जा रहा है? तो उन्होंने कहा, ‘ये लोग चुनाव में बेइमानी से जीतेंगे, जनता तो इन्हें वोट देने वाली नहीं है पर ये बंदूक के दम पर चुनाव जीतेंगे। एवं हारे हुए कैंडिडेट को जीत का सर्टिफिकेट देंगे ये लोग।’
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