Home Socially viral ‘पत्नी पीड़ित पुरुष आश्रम’ देता है पीड़ित पतियों को कानूनी सलाह, न्यूनतम...

‘पत्नी पीड़ित पुरुष आश्रम’ देता है पीड़ित पतियों को कानूनी सलाह, न्यूनतम पत्नी ने लगाए हो 20 आरोप

37
0

 

 

डेस्क। वैसे तो 14 जून को देश में वट सावित्री का व्रत और पूजन हुआ था। जिसमें पत्नियों ने पति के लिए श्रृंगार किया। साथ ही उनकी लंबी उम्र की कामना के लिए व्रत भी रखा। वैसे तो ये भरतीय संस्कृति के हिसाब से बहुत कॉमन है।

पर महाराष्ट्र के औरंगाबाद में कुछ ऐसा हुआ, जिसके बारे में किसी ने शायद कभी सोचा ही न हो। यहां पत्नी पीड़ित पुरुषों के एक समूह ने वट सावित्री व्रत से एक दिन पहले ही पीपल के पेड़ की परिक्रमा करके प्रार्थना की कि उन्हें अगले जन्म में ऐसी पत्नी ना मिले। यह खबर सामने आते ही लोग काफी हैरान हो गए। 

बता दें कि वट सावित्री व्रत से एक दिन पहले इस आश्रम से जुड़े पतियों ने पीपल के पेड़ की 108 बार उल्टी परिक्रमाएं कीं। रिपोर्ट्स की माने तो उन्होंने प्रार्थना की कि अगले जन्म में उन्हें ऐसी पत्नी ना मिले। 

इस आश्रम के संस्थापक भरत फुलारे ने कहा कि वट सावित्री व्रत पर महिलाएं बरगद के पेड़ की पूजा करती हैं और सुखी वैवाहिक जीवन और सात जन्मों के लिए एक ही पति पाने की प्रार्थना भी करती हैं। इससे एक दिन पहले हमने यहां एक पीपल के पेड़ की पूजा की है और प्रार्थना भी की कि ऐसा जीवन साथी (पत्नी) दोबारा न मिले।

काफी सुर्खियां पा रहा औरंगाबाद का पत्नी पीड़ित पुरुष आश्रम

औरंगाबाद में अपनी पत्नी से नखुश रहने वाले पतियों ने एक ‘पत्नी पीड़ित आश्रम’ बनाया गया है। औरंगाबाद से करीब 12 किलोमीटर दूर मुंबई-शिरडी हाइवे पर बना ये आश्रम देश के कई हिस्सों के पीड़ित पतियों का बसेरा है। जानकारी के अनुसार यहां पर पत्नी पीड़ित पुरुषों को कानूनी लड़ाई से जुड़ी सलाह दी जाती है। इस आश्रम में कौए की एक प्रतिमा है जिसकी पूजा की जाती है। जानकारी के अनुसार अभी तक 500 से ज्यादा पीड़ित पति यहां से सलाह ले चुके हैं।

जानकारी के लिए बता दें कि भरत फुलारे ने अपने निजी अनुभव के बाद इस आश्रम की शुरुआत की थी। ऐसा बताया जाता है कि भरत फुलाते की पत्नी ने उन पर घरेलू हिंसा का केस दाखिल किया था। जिसके बाद उनके जीवन में काफी मुश्किलें भी आईं पर उन्हें किसी तरह की कानूनी सलाह भी मिलना मुश्किल हो गया था। 

तब उन्होंने 2016 में इस आश्रम की शुरूआत की। जो पत्नी से पीड़ित पतियों को कानूनी सलाह प्रदान करते हैं। रिपोर्ट्स यह भी बताती हैं कि इस आश्रम का सदस्य बनना या इसमें एंट्री लेना इतना आसान नहीं है। इसकी सदस्यता पाने के लिए पत्नी की ओर से आप पर 20 केस होने जरूरी हैं।

Text Example

Disclaimer : इस न्यूज़ पोर्टल को बेहतर बनाने में सहायता करें और किसी खबर या अंश मे कोई गलती हो या सूचना / तथ्य में कोई कमी हो अथवा कोई कॉपीराइट आपत्ति हो तो वह [email protected] पर सूचित करें। साथ ही साथ पूरी जानकारी तथ्य के साथ दें। जिससे आलेख को सही किया जा सके या हटाया जा सके ।