डेस्क। महोबा में खनन व्यापारी की मौत के मामले को लेकर फरार चल रहे आईपीएस अधिकारी मणिलाल पाटीदार (IPS Manilal Patidar) ने अब जाकर सरेंडर कर दिया है। आपको बता दें बीते दो साल से यूपी पुलिस को आईपीएस अफसर की तलाश थी।
इतना ही नहीं पाटीदार पर एक लाख रुपए का इनाम भी घोषित हुआ था। सरेंडर के बाद अब उन्हें 14 दिन की ज्यूडिशियल कस्टडी में भेजा दिया गया है।
2014 बैच के आईपीएस अफसर मणिलाल पाटीदार ने आखिरकार शनिवार को लखनऊ की एंटी करप्शन कोर्ट में सरेंडर किया, वहीं लगभग दो सालों से फरार चल रहे मणिलाल पाटीदार की बर्खास्तगी के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने केंद्र के सामने सिफारिश की थी। उनके महोबा एसपी रहने के दौरान खनन व्यापारी इंद्रकांत त्रिपाठी ने वसूली के आरोपी भी लगाए थे जिसके बाद उन्हें वसूली के लिए प्रताड़ित किए जाने के आरोप के चलते भी सस्पेंड किया गया था।
जानिए क्या था पूरा मामला
8 सितंबर 2020 को महोबा के करवई थाना इलाके के व्यापारी इंद्रकांत त्रिपाठी ने तत्कालीन महोबा एसपी मणिलाल पाटीदार के खिलाफ एक सोशल मीडिया पोस्ट भीं डाली थी। इस पोस्ट में पाटीदार पर वसूली के लिए प्रताड़ित किए जाने के भी आरोप लगाए गए थे। वहीं पोस्ट डालने के बाद की तारीख में ही इंद्रकांत पर फायरिंग हुई थी।
घटना में घायल इंद्रकांत को महोबा जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया और यहां से कानपुर रेफर किया गया था। बता दें कानपुर में इलाज के दौरान 13 सितंबर को इंद्रकांत की मौत हो गई थी। वहीं उसकी मौत के बाद परिजनों की तरफ से पाटीदार पर इल्जाम लगाए गए थे कि इंद्रकांत के भाई रविकांत त्रिपाठी ने 11 सितंबर 2020 की शाम थाना कबरई में पाटीदार के खिलाफ एफआईआई दर्ज करवाई।
इस FIR में तत्कालीन महोबा एसपी मणिलाल पाटीदार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप थे। साथ ही शिकायत में लिखा गया कि चंद्रकांत त्रिपाठी क्रेशर चलाते हैं और जून, 2020 से एसपी मणिलाल पाटीदार उनसे हर महीने 6 लाख रुपये की रिश्वत की डिमांड करते हैं, लेकिन उन्होंने रिश्वत देने से इनकार कर दिया। जिसके बाद एसपी मणिलाल ने अपने सहयोगी पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर चंद्रकांत त्रिपाठी को धमकियां देनी भी शुरू कर दी थीं।
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