नई दिल्ली। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने दिल्ली सरकार को आठ हजार बिस्तरों की सुविधा उपलब्ध कराने का प्रस्ताव दिया है। इसके लिए निगम ने दिल्ली सरकार से संसाधन उपलब्ध कराने की मांग की है। निगम का कहना है कि वह अपने स्कूलों, समुदाय भवनों और पाली क्लीनिक को आइसोलेशन केंद्र में तब्दील करने के लिए तैयार है, बशर्ते इसके लिए जरूरी सुविधाएं दिल्ली सरकार उपलब्ध कराए। सिविक सेंटर से वर्चुअल प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए उत्तरी दिल्ली के महापौर जय प्रकाश ने कहा कि उन्होंने निगम के उन स्थानों की पहचान की है जहां पर कोरोना के मरीजों के इलाज की व्यवस्था की जा सकती है, लेकिन स्थानीय निकाय होने की वजह से उनके पास संसाधनों का अभाव है।
ऐसे में दिल्ली सरकार अगर उन्हें संसाधन दें तो आठ हजार मरीजों के इलाज की व्यवस्था हो सकती है। उन्होंने कहा कि कोरोना के गंभीर हालातों में वह दिल्ली सरकार की हरसंभव मदद करने के लिए तैयार है। महापौर ने कहा कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम के तहत आने वाले 71 विद्यालय हैं, जिनमें 1700 कमरे हैं, उनमें यदि एक कमरे में चार बिस्तर (बेड) लगाए जाएं तो 6800 बिस्तर विकसित किए जा सकते हैं
इसी तरह 12 समुदाय भवन काफी बड़े हैं। इनमें सात सौ बेड बनाए जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि निगम के 17 पालीक्लीनिकों में 2000 से 2500 बेड तक की व्यवस्था की जा सकती है और इन पालीक्लिनिको को आपातकालीन स्थिति के लिए किसी भी बड़े अस्पताल से जोड़ा जा सकता है।
जय प्रकाश ने कहा कि दिल्ली सरकार और दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से बालक राम अस्पताल में कोविड केयर केंद्र के रूप में शुरू करने के लिए अनुमति देने का निवेदन किया है। उन्होंने बताया कि बालक राम अस्पताल में 100 बेड का कोविड केयर केंद्र बन कर तैयार है। महापौर ने बताया कि दिल्ली सरकार की ओर से लगाए गए छह दिन के लाकडाउन में निगम सैनिटाइजेशन का कार्य पूरी क्षमता के साथ करेंगे।
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