तियात्र पर जीएसटी के संबंध में किसी ने गोवा सरकार से नहीं की बातचीत: पर्रिकर
पणजी। शिवसेना सहित कुछ अन्य राजनीतिक दलों ने गोवा की पारंपरिक नाट्यकला ‘तियात्र’ पर जीएसटी लगाने को लेकर चिंता जतायी है, जबकि मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का कहना है कि उनकी सरकार को अभी तक किसी कलाकार या नाटक निर्माता की ओर से इस संबंध में कोई शिकायत नहीं मिली है। इस मामले में शिवसेना के अनुरोध का जवाब देते हुए पर्रिकर ने 30 अक्तूबर को लिखी की चिट्ठी में यह भी कहा है कि यदि उनकी सरकार को इस संबंध में किसी तियात्र कलाकार या नाटक निर्माता की ओर से शिकायत मिलती है तो इस मुद्दे को विचार के लिए जीएसटी परिषद् के समझ उठाया जाएगा।
हालांकि, शिवसेना का कहना है कि प्रदेश का मुख्यमंत्री होने के नाते यह उनका कर्तव्य है कि वह तियात्र समुदाय के पास जाएं और उनकी चिंताओं को समझें। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी ने चिंता जतायी है कि तियात्र पर जीएसटी लगाने के कारण यह पारंपरिक नाट्यकला खत्म हो सकती है। चिट्ठी में पर्रिकर ने लिखा है, ‘‘इस संबंध में, आपको सूचित किया जाता है कि अभी तक किसी तियात्र कलाकार या नाटक निर्माता की ओर से शिकायत नहीं मिली है क्योंकि उनमें से ज्यादातर जीएसटी के दायरे में नहीं आते हैं।’’
यह रेखांकित करते हुए कि जीएसटी केन्द्र के तहत आता है, मुख्यमंत्री ने लिखा है, ‘‘यदि किसी तियात्र कलाकार या नाटक निर्माता की ओर से कोई शिकायत मिलती है तो मामले को विचार तथा समुचित समाधान के लिए जीएसटी परिषद् के समक्ष उठाया जाएगा।’’
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