Maharana Pratap: मुगलों ने देश पर कई वर्ष तक राज किया। भारतीय राजाओं ने मुगलों की नीति को तोड़ने के लिए स्वयं के प्राण न्योछावर कर दिए। लेकिन इतिहासकारो ने भारत के शुर वीरो का इतिहास न बताकर मुगलों के इतिहास पर प्रकाश डाला। भारतीय राजाओं के पराक्रम पर पर्दा डालों नीति ने मुगलों को महान दिखा दिया और उनके विरुद्ध लड़ने वाले हमारे महान राजाओं को नकार दिया। लेकिन सत्य पर पर्दा चाहें जितना डाला जाए वह कहीं न कहीं से प्रकट ही हो जाता है। आज समय बदल गया है भारत का बच्चा – बच्चा भारत के वीर सपूतों को सम्मान के साथ याद करता है और मुगलों के चरित्र को उजागर करने के लिए तत्पर रहता है।
वही आज हम आपको महान राजा महाराणा प्रताप के जीवन से जुडी कुछ विशेष बातें बताने जा रहे हैं। महाराणा प्रताप एक प्रतापी राजा है। उन्होंने मुगलों के सम्मुख कभी घुटने नहीं टेके। महाराणा प्रताप की युद्ध नीति इतनी कुशल थी की उसका लोहा उनके दुश्मन भी मानते थे। कई बार तो दुश्मनों ने उनकी युद्ध नीति को सीखने का जमकर प्रयास किया लेकिन महाराणा प्रताप के पराक्रम के आगे सबने घुटने टेक दिए।
जानें महाराणा प्रताप के विषय में:
वीर सपूत महाराणा प्रताप महारानी जयंताबाई के पुत्र और वीर महाराणा सांगा के पौत्र थे। उनके 13 भाई और 14 पत्नियां थीं। उनकी 14 पत्नियों से उनको 17 बेटे और 5 बेटियां हुईं।
महाराणा प्रताप के भाइयों के नाम:
शक्ति सिंह, खान सिंह, विरम देव, जेत सिंह, राय सिंह, जगमल, सगर, अगर, सिंहा, पच्छन, नारायणदास, सुलतान, लूणकरण, महेशदास, चंदा, सरदूल, रुद्र सिंह, भव सिंह, नेतसी, सिंह, बेरिसाल, मान सिंह, साहेब खान
महाराणा प्रताप की पत्नियों के नाम:
अजब देपंवार, अमोलक दे चौहान, चंपा कंवर झाला, फूल कंवर राठौड़ प्रथम, रत्नकंवर पंवार, फूल कंवर राठौड़ द्वितीय, जसोदा चौहान, रत्नकंवर राठौड़, भगवत कंवर राठौड़, प्यार कंवर सोलंकी, शाहमेता हाड़ी, माधो कंवर राठौड़, आश कंवर खींचण, रणकंवर राठौड़
महाराणा प्रताप के बेटों के नाम:
अमर सिंह, भगवानदास,सहसमल, गोपाल, काचरा, सांवलदास, दुर्जनसिंह, कल्याणदास, चंदा, शेखा, पूर्णमल, हाथी, रामसिंह, जसवंतसिंह, माना, नाथा, रायभान
महाराणा प्रताप की बेटियों के नाम:
रखमावती, रामकंवर, कुसुमावती, दुर्गावती, सुक कंवर