Odisha Train Accident: ओडिशा के बालासोर में हुए रेल हादसे से हर कोई दहल गया है। अचानक मौत का मंजर देखने को मिला। शवों के ढेर देख लोगों की रूह कांप गई। वहीं जब एक 60 साल पुराने स्कूल में शवों को रखा गया तो स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के मन में खौफ बैठ गया। स्कूल के छात्रों ने सरकार से अपील की है कि सरकार उस बिल्डिंग को नया बनवा दे जिसमें शव रखें गए थे अन्यथा हम स्कूल नहीं जा पाएंगे।
सूत्रों ने मिली सूचना के मुताबिक़ मामला बहनागा उच्च विद्यालय का है जहां के छात्रों में शवों का भय बैठ गया है। स्कूल प्रसाशन का कहना है कि स्थिति को काबू पाने के लिए प्रयास जारी है जल्द ही स्कूल में कोई धार्मिक कार्य क्रम करवाया जाएगा। यह योजना बच्चों के मन से भय मिटाने के उद्देश्य से बनाई गई है।
स्कूल के कुछ वरिष्ठ छात्र और एनसीसी कैडेट भी बचाव कार्य में शामिल हुए थे. स्कूल और जन शिक्षा विभाग के निर्देश पर गुरुवार 8 जून को स्कूल का दौरा करने वाले बालासोर के जिलाधिकारी दत्तात्रय भाऊसाहेब शिंदे ने कहा, “मैंने स्कूल प्रबंधन समिति के सदस्यों, प्रधानाध्यापिका, अन्य कर्मचारियों और स्थानीय लोगों से मुलाकात की है. वे पुरानी इमारत को तोड़कर उसका जीर्णोद्धार करना चाहते हैं ताकि बच्चों को क्लास में जाने में कोई डर या आशंका न हो।
एसएमसी के एक सदस्य ने जिलाधिकारी को बताया कि स्कूल की इमारत में पड़े शवों को टेलीविजन चैनलों पर देखने के बाद, 'बच्चे प्रभावित हुए हैं और 16 जून को फिर से स्कूल खुलने पर वे आने से कतरा रहे हैं.’’ हालांकि शवों को भुवनेश्वर ले जाया गया है और स्कूल परिसर को साफ कर दिया गया है, लेकिन छात्र और अभिभावक डरे हुए हैं.