डेस्क। रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के भारत आने पर संयुक्त राज्य अमेरिका ने बड़ा बयान दिया है । यूएस ने कहा है कि भारत को रूस से अपने तेल आयात में वृद्धि नहीं करनी चाहिए वार्ना यह नई दिल्ली को “बड़े जोखिम” में डाल सकता है।
यूएस ने यह स्पष्ट नहीं किया कि जोखिम के माध्यम से क्या निहित है, रिपोर्टों में कहा गया है कि अमेरिका रूसी तेल की खरीद पर प्रतिबंध लगाने की सोच रहा है पर भारत में रूसी मंत्री का आगमन कहीं न कहीं अमेरिका को निराश कर रहा है।
मीडिया संस्थान रायटर्स की माने तो अमेरिका को स्पष्ट रूप से भारत द्वारा रियायती रूसी तेल खरीदने पर कोई आपत्ति नहीं है जैसा कि उसने पिछले वर्षों में किया था, लेकिन आयात में कोई तेज वृद्धि नहीं होनी चाहिए।
अमेरिकी विदेश विभाग के एक प्रवक्ता ने बया जारी कर रहा है कि, “हम भारत और दुनिया भर में अपने सहयोगियों को मजबूत प्रतिबंधों सहित एक मजबूत सामूहिक कार्रवाई पर जोर दे, ताकि यूक्रेन के खिलाफ विनाशकारी युद्ध को जल्द से जल्द समाप्त करने के लिए दबाव डाला जा सके।”
बता दें कि भारत, दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक और उपभोक्ता बन चुका है। भारत ने 24 फरवरी से अब तक कम से कम 13 मिलियन बैरल रूसी तेल खरीदा है।
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