राजनीति: कांग्रेस नेता राहुल गाँधी ने बढ़ती महंगाई को लेकर बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा – सरकार अब गरीबों को भूल गई है। सरकार पूंजीपतियों का धन बढ़ाने में जुटी हुई है। गरीब आज भोजन के लिए परेशान है मध्यमवर्ग आज अपने भविष्य के लिए चिंतित है। 9 साल में एक ही सवाल है किसका है यह अमृतकाल।
राहुल गाँधी ने ट्वीट करते हुए लिखा –
टमाटर: ₹140/किलो
फूल गोभी: ₹80/किलो
तुअर दाल: ₹148/किलो
अरहर दाल: ₹219/किलो
और पकाने का गैस सिलेंडर ₹1,100 के पार
पूंजीपतियों की संपत्ति बढ़ाने और जनता से टैक्स वसूल करने में व्यस्त भाजपा सरकार, गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों को भूल ही गई।
युवा बेरोज़गार हैं, रोज़गार है तो आय कम और महंगाई से बचत खत्म। गरीब खाने को तड़प रहे हैं, मध्यमवर्ग बचाने को तरस रहा है।
कांग्रेस शासित राज्यों में हमने महंगाई से राहत के लिए गैस के दाम घटाए, आर्थिक सहायता के लिए गरीबों के खातों में पैसे डाले।
नफ़रत मिटाने, महंगाई, बेरोज़गारी हटाने और समानता लाने का प्रण है भारत जोड़ो यात्रा – भाजपा को जनता के मुद्दों से ध्यान भटकाने नहीं देंगे।
9 साल का एक ही सवाल है!
आखिर किसका है ये अमृतकाल?
राहुल के ट्वीट पर यूजर्स के बयान:
एक यूजर कहता है – देश मैं नफ़रत की राजनीति का परिणाम है कि जनता महंगई , बेरोज़ागारी और भुखमरी का तांडव देख रहीं है जबकि तानाशाह अपने लिये चुनावी फ़ंड की ख़ातिर देश की जनता के सपने 2 लोगों के बैच रहा है!
वही एक अन्य यूजर कहता है – आज़ाद भारत के सबसे विफल प्रधानमंत्री हैं नरेंद्र मोदी। जिस दिन पहली सार्वजनिक प्रेस वार्ता लेंगे , ठीक उसी दिन अरबों रुपयों से बनाई गई उनकी झूठी छवि सामने आ जाएगी। ये देश का दुर्भाग्य है की देश का प्रधान मंत्री देश के हर असल मुद्दों पर चुप है, वे बस भाजपा के प्रचारक बन सके प्रधानमंत्री नहीं।
आज़ाद भारत के सबसे विफल प्रधानमंत्री हैं नरेंद्र मोदी।
जिस दिन पहली सार्वजनिक प्रेस वार्ता लेंगे , ठीक उसी दिन अरबों रुपयों से बनाई गई उनकी झूठी छवि सामने आ जाएगी।
ये देश का दुर्भाग्य है की देश का प्रधान मंत्री देश के हर असल मुद्दों पर चुप है, वे बस भाजपा के प्रचारक बन सके…
— Jaywardhan Bissa (@jaywardhanbissa) June 28, 2023
Disclaimer : इस न्यूज़ पोर्टल को बेहतर बनाने में सहायता करें और किसी खबर या अंश मे कोई गलती हो या सूचना / तथ्य में कोई कमी हो अथवा कोई कॉपीराइट आपत्ति हो तो वह jansandeshonline@gmail.com पर सूचित करें। साथ ही साथ पूरी जानकारी तथ्य के साथ दें। जिससे आलेख को सही किया जा सके या हटाया जा सके ।