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ये तीन अपने समय के साथ बनते हैं दुश्मन

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आध्यायम- आचार्य चाणक्य(Acharya Chanakya) ने जीवन से जुड़े कुछ ऐसे राज बताए हैं। जो व्यक्ति के जीवन को सकारात्मक (positivity)मार्ग की ओर ले जाता है। अगर कोई व्यक्ति आचार्य चाणक्य(Acharya Chanakya) के बताए मार्ग पर चलता है तो उसे अपने जीवन मे कभी भी समस्याओं से नहीं जूझना पड़ता।

वहीं आचार्य चाणक्य(Acharya Chanakya) ने चाणक्य नीति(Chanakya niti) में कुछ भी ऐसे लोगों का जिक्र किया है। जो आपके सगे होने के बाद भी अपने हित के लिए आपके दुश्मन बन जाते हैं।
जानें कौन बनता है दुश्मन-
पिता-(father)
आचार्य चाणक्य(Acharya Chanakya) का कहना था समय और परिस्थिति पिता को बेटे का दुश्मन बना देती है। अगर कोई पिता कर्ज में डूबा हुआ है। वह अपने बेटे को सिर्फ अपने स्वार्थ के लिए उपयोग करता है तो उसका बेटा अपने पिता से घृणा करता है और समय आने पर वह अपने पिता का सबसे बड़ा दुश्मन बन जाता है। 
मां-(Mother)
वैसे तो माँ और बच्चों का रिश्ता सबसे सुंदर होता है। बच्चे मां की आंख के तारे होते हैं। उसके लिए सभी बच्चे एक समान हैं। वह सभी के साथ प्रेम पूर्वक रहती है। वहीं अगर कोई मां अपने बच्चों के बीच भेदभाव करती है। उनके साथ दोहरा व्यवहार करती है। तो बच्चे अपनी मां से घृणा करने लगते हैं और उनके लिए उनकी मां दुश्मन के समान होती है।
सुंदरता-
(Beauty)
अगर पत्नी अधिक सुंदर है। तो वह अपने पति को कम पसन्द करती है। उसके मन मे पति को लेकर अन्य का भाव होता है। वह अपने पति के प्रति समर्पित नहीं होती है और समय के साथ अपने पति से नफरत करने लगती है।

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