हरियाणा. Public सबक सिखाने पर आ गई तो वर्दी और पद नहीं देखती. दरअसल हुआ यह कि डीआईजी साहेब नशे में धुत थे और नशे की हालत में ही उनकी कार ने दूसरी कार को टक्कर मार दी. DIG साहेब पद और वर्दी की धौंस देने लगे तो लोगों ने धुनाई कर दी. वर्दी का रौब दिखाना कितना भारी पड़ सकता है इसका सबूत आपके सामने है. हरियाणा के डीआईजी विजिलेंस हेमंत कुमार है.
डीआईजी साहेब वर्दी की हनक और ओहदे का घमंड इस हद तक ले गया कि इन्हें आम लोगों से पिटना पड़ गया. हेमंत ने बताया कि जब वे पिंजोर में अपने भाई के घर से लौट रहे थे तो उनके दोस्त राजेश वशिष्ठ उनके साथ थे. मैं गाड़ी चला रहा था तभी एक स्कॉर्पियो ने बुरी तरह ओवरटेक किया. मैंने गाड़ी का पीछा करते हुए पीसीआर को भी कॉल किया. जब मैंने उसके ड्राइवर को तीन चार थप्पड़ मारे तो पास में शराब की दुकान के पास खड़ी भीड़ मुझे मारने दौड़ पड़ी. मामला 23 सितंबर का है. इस मामले में कोई FIR दर्ज नहीं कराई गई थी जिससे मामला काफी देर से घटना का वीडियो लीक होने के बाद से सामने आया. पिंजौर थाने में एक DDR दर्ज करवाया गया था, जिसमें बताया गया है कि DIG हेमंत और एक आदमी को स्थानीय लोगों से बहस के दौरान एक किसान, जो समझौता करवाने आया था, ने थप्पड़ मारे थे.
DIG हेमंत घटना के बाद खुद का मेडिकल जांच और एक्स-रे करवाया था, जिसमें बताया गया कि उनके सिर, दांतों और चेहरे पर गंभीर चोटें आई हैं. मामला सामने आने के बाद पिंजोर पुलिस का कहना है कि घटना के समझौता पत्र में उस शख्स का नाम तक नहीं है जिसने डीआईजी की पिटाई की थी. वायरल हुए वीडियो में हेमंत खुद को हरियाणा पुलिस का डीआईजी बताते हुए कह रहे हैं कि भाई गलती हो गई. हाथ जोड़कर माफी तो मांग रहा हूं और क्या करूं.
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