रिपोर्ट ज़ाहिद अली
पूरनपुर:डेंगू के मरीज भले ही कम हैं, लेकिन लोगों में इसका खौफ बरकरार है। हालत यह है कि सामान्य बुखार में भी मरीज डेंगू की जांच करवा रहे हैं।अस्पतालों में जांच के लिए मरीजों को एक-दो दिन का इंतजार करना पड़ रहा है।
अब ठंड बढ़ने से इनकी सख्या कम हुई है। हालांकि अस्पतालों में अन्य मरीजों की संख्या कम नहीं हुई है। लेकिन इनमें अधिकतर वायरल से पीड़ित हैं। इनमें डेंगू का खौफ इस कदर हावी है कि वह बुखार आने पर डेंगू टेस्ट करवा रहे हैं।बुखार प्रभावित गांव मे नही पहुंच रही हैं स्वास्थ्य विभाग की टीमें ।
जिला पीलीभीत के आसपास के गांवों में बड़ी संख्या में लोगों के वायरल व डेंगू की चपेट में होने की खबर से स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। स्वास्थ्य महकमे ने बुधवार को इन क्षेत्रों में सर्वे कर डेंगू का लार्वा नष्ट किया।
ग्रामीण क्षेत्रों में जगह-जगह इससे संबंधित पोस्टर बैनर लगवाये गये जिससे लोग जागरूक हो सके। क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर फॉगिंग भी नही की जा रही है।
झोलाछाप डॉक्टर कर रहे मोटी कमाई
क्षेत्र में फैले बुखार का झोलाछाप डॉक्टर खूब फायदा उठा रहे हैं। डेंगू के नाम पर लोगों से मोटी कमाई की जा रही है। कई झोलछाप ने तो डेंगू ठीक करने के नाम पर बाकायदा 14 हजार से 15 हजार रुपये तक के पैकेज बनाए हुए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र में स्वास्थ्य व्यवस्था झोलाछाप डॉक्टरों के भरोसे है।प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों द्वारा इलाज की उचित व्यवस्था नहीं है। ज्यादातर लोग झोलाछापों से ही उपचार कराते नजर आ रहे है।लेकिन स्वास्थ्य महकमा कोई ठोस कदम नही उठा रहा है ।
डेंगू बुखार के लक्षण
सर दर्द तीव्र बुखार, जोड़ों में दर्द, उलटी-दस्त, पूरे शरीर में दर्द, आंखों में दर्द, शरीर के कुछ हिस्सों पर लाल लाल चकते निकल आना कई बार नाक से खून आता है।
डेंगू बुखार के कारण
– डेंगू का सबसे बड़ा कारण मच्छर है।
– घर के आस-पास पानी का जमा होना।
– संक्रमित पानी व भोजन का सेवन करना।
डेंगू को लेकर प्रशासन अलर्ट नही है।
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