सासाराम : 1400 किलोमीटर की दूरी तय कर पंजाब के मुक्तसर से एक बिहारी मजदूर का पूरा परिवार बिहारी जुगाड़ टेक्नोलॉजी की गाड़ी से बिहार अपने गांव पहुंचा। मोटरसाइकिल से ठेलानुमा गाड़ी को जोड़कर जुगाड़ टेक्नोलॉजी से बनाया आवागमन का साधन। लॉकडाउन और करोना महामारी के कारण मजबूर होकर पंजाब से बिहार आया मजदूर का परिवार।
मजदूर का परिवार चार दिनों का सफर तय कर बिहार के रोहतास जिला मुख्यालय सासाराम पहुंचा। कभी दिन भर तो कभी रात रात भर गाड़ी को चला कर बाल बच्चों के साथ पूरे परिवार के साथ अपने घर पहुंचा गया। खाने-पीने का राशन और सब्जी साथ लेकर जगह-जगह रुककर खाना बनाकर पहुंचा मजदूर परिवार बिहार। रास्ते में कई जगहों पर पुलिस की जल्दी पड़ी परेशानियां।
रोहतास जिला मुख्यालय सासाराम का है। देश के विभिन्न राज्यों में लगाया गया लॉकडाउन से बेबस मजदूरों का पलायन देखने को मिल रहा है। पंजाब के मुक्तसर से एक मजदूर परिवार जुगाड़ गाड़ी से ही चलकर बिहार के मुंगेर जा रहा है। जो सासाराम होकर गुजरा, पंजाब के मुक्तसर जिला से एक मजदूर का परिवार अपने बच्चों को लेकर जुगाड़ गाड़ी से 4 दिन में 1400 किलोमीटर से अधिक का सफर तय कर सासाराम पहुंचा।
अब यहां से 250 किलोमीटर और इसे मुंगेर जाना है। आप समझ सकते हैं किस प्रकार अपने परिवार को लेकर यह लोग अपने गांव की तरफ निकले हैं। बातचीत करने पर लोगों ने बताया कि पिछले कई हफ्तों से काम धाम बंद है। इससे पहले कि सारा जमा पूंजी खत्म हो जाए और सड़क पर दिन गुजारना परे।
उससे पहले ही वह लोग अपने जुगाड़ गाड़ी से अपने गांव की ओर निकल पड़े हैं। 4 दिन और कभी-कभी तो रात रात भर गाड़ियां चलाई। तब जाकर बिहार में तक पहुंचे हैं। अब ढाई सौ किलोमीटर मुंगेर भी की ओर जाना है। कई जगह लॉकडाउन के कारण पुलिस के लोग परेशान भी किए। लेकिन विवशता ऐसी कि उसे गांव की ओर खींच लाया। मोटरसाइकिल तथा ठेला गाड़ी को जोड़कर जुगाड़ गाड़ी बनाकर यह लोग पंजाब से बिहार आ गए हैं।
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