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Indira Rasoi Yojana: अशोक गहलोत की इस योजना के सामने केंद्र भी फेल

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Indira Rasoi Yojana: भारत आज विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। विश्व में भारत की नीतियों की सराहना हो रही है। जो देश आज से पहले भारत का मजाक बनाते थे वह आज भारत के साथ कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ने आतुर हैं। लेकिन विकास के इस अमृतकाल में भी अभी भारत पूर्ण रूप से गरीबी से मुक्त नहीं हुआ है। भारत में आज भी कई लोग ऐसे हैं जिन्हें पेट भर भोजन नहीं मिलता। कई दिन उन्हें भूखे ही सोना पड़ता है। भारत सरकार वैसे तो गरीबों के कल्याण के लिए कई योजनाएं लागू करती है लेकिन जमीनी स्तर पर उस योजना का लाभ उन्हें मिलता है यह कहना मुश्किल है। 

वही राजस्थान की गहलोत सरकार ने गरीबों को भूखा न सोना पड़े इसके लिए एक ऐसी योजना की शुरुआत की है जो राजस्थान में काफी लोकप्रिय है। अशोक गहलोत की इस योजना का नाम है इंदिरा रसोई योजना। इस योजना के तहत व्यक्ति को 8 रूपये में भरपेट भोजन खिलाया जाता है। इस योजना का संचालन इस उद्देश्य से गहलोत सरकार ने किया कि राजस्थान में कोई भी व्यक्ति भूखा न सोए। 

गहलोत ने इस योजना का शुभारम्भ 20 अगस्त 2020 को किया था। इस योजना को 358 रसोइयों के जरिये 213 नगरीय निकायों में चलाया जा रहा है। वही सरकार इस साल इस योजना में रसोइयों की संख्या 1000 कर देगी। सरकार ने बजट सत्र के दौरान इसकी घोषणा की और इस योजना के लिए 150 करोड़ रुपये का बजट बनाया। राजस्थान की गहलोत सरकार ने गरीबों को लाभ पहुंचाने के लिए इस योजना पर खर्च करने का निर्णय लिया है। 

जानें गहलोत की इंदिरा रसोई योजना की ख़ास बातें –

इंदिरा रसोई योजना के तहत महज 8 रूपये में आपको भर पेट भोजन करवाया जाता है। 

खानें में सब्जी,दाल रोटी,चावल और अचार मिलता है। 

प्रत्येक थाली पर राज्य सरकार 17 रूपये का अनुदान देती है। 

इस योजना के तहत भोजन सुबह 8 से तीन और शाम 5 से 9 बजे तक परोसा जाता है। 

जो लोग इंदिरा रसोई में खाना खानें जाते हैं उनको सम्मान के साथ खाना खिलाया जाता है। 

यह योजना हर उस गरीब के लिए अमृत्व साबित हुई है जिसे दो वक्त की रोटी नसीब नहीं होती थी। 

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