नई दिल्ली. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्कूटर में आग लगाने वाला शख्स ही स्कूटर का मालिक है. उसने कुछ ही पहले यह स्कटूर खरीदा था. लेकिन वह स्कूटर की परफॉर्मेंस और रेंज दोनों से परेशान हो चुका था. यानी कंपनी के दावे के मुताबिक, न तो स्कूटर परफॉर्म कर रहा था न ही वह सही रेंज दे रहा था. पिछले एक महीने से देश भर में इलेक्ट्रिक स्कूटरों में आग लगने की घटनाएं सामने आ रही हैं. लेकिन अब एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे जानकर आप दंग रह जाएंगे. दरअसल, तमिलनाडु में एक शख्स ने OLA S1 प्रो स्कूटर पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी. अब इस मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.घटना तमिलनाडु के अंबुर बाईपास रोड के पास की है.
स्कूटर में आग लगाने वाले व्यक्ति का नाम डॉ. पृथ्वीराज है. कंपनी ने फरवरी में उन्हें ये स्कूटर डिलीवर किया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्हें शुरू से ही इस स्कूटर को चलाने में कई परेशानियां आ रही थीं. उन्हों कई बार ओला सपोर्ट से इसकी शिकायत भी की. पृथ्वीराज का कहना है कि 44 किलोमीटर चलने के बाद उनके स्कूटर ने काम करना बंद कर दिया था. इससे नाराज होकर उन्होंने स्कूटर पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी.
स्कूटरों में आग लगने की घटनाओं को देखते हुए भारत की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर निर्माता कंपनी Ola Electric ग्राहकों से अपने स्कूटर वापस मंगा रही है. कंपनी ने इसके लिए 1,441 यूनिट्स को रिकॉल किया है. हालांकि, यह इलेक्ट्रिक स्कूटरों के लिए पहला रिकॉल नहीं है. इससे पहले दो बड़ी इलेक्ट्रि टू-व्हीकल कंपनियां भी यह फैसला ले चुकी हैं.
@OlaElectric @bhash @atherenergy @Hero_Electric @elonmusk pic.twitter.com/w5VMHjDCpi
— Prithv Raj (@PrithvR) April 26, 2022
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने भी इन घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए एक एक्सपर्ट कमेटी बनाने का ऐलान भी किया है, जो ना सिर्फ इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगने की घटनाओं के बारे में जानकारी जुटाएगी बल्कि इन हादसों को रोकने के लिए जरूरी सुझाव भी देगी. उन्होंने इन घटनाओं को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और लापरवाही पाए जाने पर संबंधित कंपनीज पर भारी जुर्माना लगाने की बात कही है.
Disclaimer : इस न्यूज़ पोर्टल को बेहतर बनाने में सहायता करें और किसी खबर या अंश मे कोई गलती हो या सूचना / तथ्य में कोई कमी हो अथवा कोई कॉपीराइट आपत्ति हो तो वह [email protected] पर सूचित करें। साथ ही साथ पूरी जानकारी तथ्य के साथ दें। जिससे आलेख को सही किया जा सके या हटाया जा सके ।