Home health ये तरीका अपनाएं जोड़ो के दर्द से आराम पाओ

ये तरीका अपनाएं जोड़ो के दर्द से आराम पाओ

7
0

गठिया(arthritis) रोग एक व्याधि है जो जोड़ों की स्थिति में प्रभावित होती है। इस रोग में जोड़ों में सूजन, दर्द, अकड़न और कमजोरी होती है। इस रोग की सबसे आम वजह है शरीर में यूरिक एसिड की अधिकता होना, जो जोड़ों में एकत्रित होता है और उन्हें नुकसान पहुंचाता है। यह रोग आमतौर पर वयस्कों को प्रभावित करता है, लेकिन कभी-कभी बच्चों को भी प्रभावित कर सकता है।

गठिया रोग के लक्षणों में सम्मिलित हैं:

  • जोड़ों में दर्द और सूजन
  • जोड़ों का अकड़न या असमर्थता
  • जोड़ों की स्थिति में सुधार के बाद भी दर्द या सूजन का फिर से उभरना

यदि आपको लगता है कि आप गठिया रोग से प्रभावित हो सकते हैं, तो आपको एक चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए। वे आपको अपने लक्षणों और आपके रोग के गंभीरता के आधार पर उचित उपचार का सुझाव देंगे।

गठिया रोग के घरेलू उपचार में शामिल हैं:

  1. व्यायाम और योग: नियमित व्यायाम और योग गठिया रोग के उपचार में मददगार होते हैं। इनसे जोड़ों की स्थिति में सुधार होता है और जोड़ों की गतिविधि बढ़ती है।

  2. आहार: एक स्वस्थ आहार लेना भी गठिया रोग के उपचार में मददगार होता है। इसमें अंडे, हरी सब्जियां, फल, अनाज और दूध शामिल होते हैं। इसके अलावा यूरिक एसिड की मात्रा को कम करने के लिए खाद्य पदार्थों में शककरा और मीठा कम खाना चाहिए।

  3. अदरक और लहसुन: अदरक और लहसुन में एंटी-इनफ्लामेट्री गुण होते हैं जो जोड़ों में सूजन कम करने में मददगार होते हैं। इन्हें खाने से गठिया रोग के लक्षणों में राहत मिल सकती है।

  4. ज्योतिष्मती: ज्योतिष्मती के पत्तों को पीसकर लेप बनाकर जोड़ों पर लगाने से जोड़ों की स्थिति में सुधार होता है।

गठिया की होम्योपैथिक दवा –

गठिया के होम्योपैथिक उपचार में निम्नलिखित दवाएं शामिल होती हैं:

  1. बेल्लाडोना: यह दवा गठिया के लक्षणों जैसे जोड़ों का दर्द, सूजन और जोड़ों की स्थिति में सुधार करने में मददगार होती है।

  2. अर्निका: यह दवा जोड़ों के दर्द को कम करने में मददगार होती है और सूजन को भी कम करती है।

  3. ब्रोमेलिया: यह दवा जोड़ों की स्थिति में सुधार करने में मददगार होती है।

  4. बरेगेंसिया: यह दवा गठिया के लक्षणों को ठीक करने में मददगार होती है।

  5. कोल्चिकम: यह दवा गठिया के लक्षणों जैसे जोड़ों का दर्द, सूजन और जोड़ों की स्थिति में सुधार करने में मददगार होती है।

हालांकि, होम्योपैथिक दवाओं का उपयोग करने से पहले, एक व्यवस्थित चिकित्सक से परामर्श करना अति आवश्यक होता है। वे आपकी स्थिति का आकलन करके आपको सटीक उपचार का सुझाव देंगे।

Text Example

Disclaimer : इस न्यूज़ पोर्टल को बेहतर बनाने में सहायता करें और किसी खबर या अंश मे कोई गलती हो या सूचना / तथ्य में कोई कमी हो अथवा कोई कॉपीराइट आपत्ति हो तो वह [email protected] पर सूचित करें। साथ ही साथ पूरी जानकारी तथ्य के साथ दें। जिससे आलेख को सही किया जा सके या हटाया जा सके ।