Home राष्ट्रीय देश की राजधानी दिल्ली में लापरवाह पुलिस बेखौफ दबंग

देश की राजधानी दिल्ली में लापरवाह पुलिस बेखौफ दबंग

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एक, डेढ़ वर्ष पहले इसी तरीके के एक मामले में एक प्रॉपर्टी डीलर को पश्चिम पुरी चौक पर पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया गया था चौक से थाने की दूरी मात्र 100 मीटर भी नहीं है सरकार को इस तरफ ध्यान देकर कार्यवाही करनी चाहिए और बिल्डरों के साथ विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से यह धंधा धड़ल्ले से जारी है उन पर भी कार्रवाई होनी चाहिए

नई दिल्ली पीड़ित महिला व उसके विकलांग पति का आरोप है कि मादीपुर क्षेत्र में गत 6 जनवरी को राधेश्याम मेघवाल बिल्डर प्रॉपर्टी डीलर व उसके दबंग साथियों द्वारा महिला के पीठ पीछे घर में घुसकर घर में मौजूद उसके विकलांग पति, दो बच्चों को बंदी बनाकर लुट व मारपीट की गई थी महिला के पति का मोबाइल व कीमती सामान लूट लिया गया था उसके बाद महिला का सामान उठाकर सड़क पर फीकवा दिया गया था इस संबंध में सो नंबर पर कॉल भी की गई थी परंतु दबंगों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई महिला पिछले 12, 13 दिनों से अपने विकलांग पति और दो मासूम बच्चों के साथ सड़क पर सोने को मजबूर है । सुबह-शाम आते जाते शराबियों की गंदी हरकतों का शिकार महिला हो रही है महिला लेकिन पुलिस है कि इस बाबत कोई कारवाही करने को तैयार नहीं है । मादीपुर, पंजाबी बाग की पुलिस का साफ कहना है कि राधेश्याम मेघवाल निर्दोष है ।पुलिस उसकी पैरवी कर उसको निर्दोष साबित करने पर
जटी हुई है | दोषियों पर वारदात को अंजाम देने के बाद भी पुलिसिया कार्रवाई ना होने के चलते राधेश्याम मेघवाल सहित उनके हौसले सातवें आसमान पर है ।
सिर्फ राधेश्याम मेघवाल के ही हौसले बुलंद नहीं हुए बल्कि अपराध करने वाले हर उस शख्स के हौसले बुलंद हो गए हैं जिन पर इस वारदात में शामिल होने का आरोप लगाया गया है | इस बाबत मीडिया को सूचना मिलने पर मीडिया ने थानाध्यक्ष को सूचित किया और एसीपी को भी इसकी जानकारी दी थी उस दौरान एसीपी पंजाबी बाग और एसएचओ ने इस घटना, वारदात की जानकारी होने से साफ इनकार कर दिया था यानी मीडिया को भी गुमराह कर दिया था , जब छानबीन हुई तो सच्चाई इसके उलट है निकली महिला व उसके विकलांग पति ने पुलिस पोल खोलते हुए सच्चाई मीडिया के सामने रख दी पीड़ितों ने आरोप लगाते हुए बताया घटना वाले दिन से ही पंजाबी बाग और मादीपुर पुलिस को पूरी जानकारी है लेकिन वह दबंगों को बचाने का काम कर रही है हम गरीब हैं इसलिए हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही । विकलांग पति ने आरोप लगाया मैं अपनी पत्नी के साथ जब थाने जाता हूं तो स्वयं थाना अध्यक्ष मुझे लताड़ कर थाने से बाहर भगा देते हैं अब कोई यह बताएं कि मेरी पत्नी के साथ मैं नहीं तो और कौन जाएगा?
मैं विकलांग हूं इसलिए मेरा मजाक उड़ाया जा रहा है मुझे जलील किया जा रहा है थाने से बाहर भगा दिया जाता है मेरी पत्नी सुमन लता के सामने ही मेरे को बेइज्जत कर थाने से बाहर निकाल दिया जाता है |
12 दिनों से सड़क पर पड़े हुए पीड़ित परिवार ने बताया जिस दिन हमारे घर में घटना घटी उसी दिन हमने सो नंबर पर कॉल करके इसकी जानकारी दी थी और बार-बार कॉल की थी ,अनेकों बार कॉल हुई थी | लेकिन सहायता के लिए थाने से कोई नहीं आया ।
जब आया भी तो तब जब तक हम लूट चुके थे | हमें यकीन नहीं होता कि हम देश की राजधानी दिल्ली में रहते हैं जहां बेपरवाह पुलिस और बेखौफ दबंग और बदमाश है पीडित ने कहा उसके बाद ही एसीपी पंजाबी बाग को मिलकर पूरी जानकारी और अपनी आपबीती बताई थी | पीड़ित ने मीडिया को यह भी बताया कि पुलिस हमें लताड़ कर भगाति रही डराती रही धमकाकर ,भगाती रही मादीपुर की पुलिस और जिसकी गवाह सो नंबर पर की गई ढेरों कॉल है । जब वेल्डर को बुलाकर हमारे मकान का दरवाजा कटवाया गया तब भी हमने बहुत कॉल की थी ।फिर भी न जाने क्यों पंजाबी बाग , मादीपुर थाने की पुलिस दबंगों को बचाने पर जूटी हुई है ।और खुद ही जांच अधिकारी हैं, तो खुद ही गवाह बन रहे है पुलिस वाले।गवाहो को भी धमका रहे हैं ।
पुलिस का कहना है दबंगों द्वारा महिला के घर में लूट नहीं की गई और ना ही उसका सामान फेंका गया बल्कि पीड़ित की बहन को ही उल्टा फंसाने के चक्कर में है माना बेचने वाला खरीदने वाला दोनों ही गलत है, लेकिन इस गरीब बेगुनाह का क्या कसूर था? महिला जब अपनी फरयाद लेकर थाने पहुंचती है तो उसकी बहन पर एफआईआर दर्ज कर दोनों बहनों को ही सलाखों के पीछे भेजने की धमकी दी जाती है । थाना अध्यक्ष तो पीड़ित महिला को लेडीस पुलिस द्वारा थाने से बाहर उठाकर फेंकने की धमकी पहले ही दे चुके हैं, पुलिस के साथ-साथ आरोपी भी दे रहे हैं धमकी आरोपी के हौसले इतने बढ़ चुके हैं कि वह महिला को जब मीटिंग के लिए कहीं बुलाते हैं तो सिर्फ एक ही धमकी देते हैं कि तेरे को हमने निकाल कर घर से बाहर फेंक दिया तूने हमारा क्या उखाड़ लिया तू मीडिया के पास भी गई तब भी हमारा कुछ नहीं उखाड़ पाई इसी तरीके से तेरी बहन को भी हम निकाल कर बाहर फेंक देंगे और उसके बच्चे को भी मरवा कर फीकवा देंगे तब भी हमारा कुछ नहीं बिगड़ेगा यह तो अच्छी तरह से समझ ले डरी सहमी महिला बार-बार मीडिया के दफ्तर के चक्कर काट कर अपनी आपबीती सुनाती है और थाने के चक्कर काट काट कर हताश और परेशान हो चुकी है अब महिला के पास सिर्फ एक ही रास्ता बचा है अदालत का जहां न्याय के मंदिर में अपनी गुहार ,अपनी फरियाद न्यायालय में दर्ज करवाने की तैयारी कर रही है ।अपने साथ हो रहे अन्याय के विरुद्ध न्याय पाने के लिए न्यायलय में फरियाद लगाएगी पीड़ित महिला सुमनलता ।
पंजाबी बाग मादीपुर की पुलिस ने राधेश्याम मेघवाल व आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं की और उनके साथ पश्चिम पुरी के कई बिल्डर का नाम भी शामिल हो रहा है जिनके हौसले बहुत बुलंद हो गए हैं । आरोपियों पर कार्रवाई ना करके पुलिस ने इनके मनोबल को आगे अपराध करने के लिए उकसाया है।
दिनाक 19 जनवरी सुबह राधेश्याम मेघवाल ने सरोज नाम की महिला जो प्रॉपर्टी डीलर का काम करती है उसके घर पर हुई मीटिंग में पीड़ित महिला सुमनलता को लताड़ते धमकाते हूए कहा कि तुम मीडिया की महिला के पास भी गई थी क्या उखाड लिया तूने मेरा । उस मीडिया वाली महिला से तू क्या उखडवा सकती है मेरा कुछ नहीं उखाड़ सकती , कुछ नहीं करवा सकती हम तेरी बहन को भी घर से निकाल कर बाहर फेंक सकते हैं और उसको जेल में भी भिजवा सकते हैं तब भी तु कुछ नहीं कर सकती हमारा इस तरह के बड़बोले बोल बोलने वाले आरोपी राधेश्याम मेघवाल के जुबान और हरकतें दोनों ही बेलगाम होकर मीडिया को भी चैलेंज कर रही है । हम मेघवाल से एक बात कहना चाहते हैं कि मीडिया जब किसी को उखाड़ती है तो आवाज दूर तक जाती है इतना घमंड ना पालो आप! हम वो नहीं जो बिक जाएं!! मीडिया के दमखम से अभी इनका पालन नहीं पड़ा है । जब गजब आवाज आती है तो उसकी गूंज दूर तक सुनाई देती है वेट एंड वॉच!!

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