विश्व– कोरोना की वापसी ने चीन में तहिमाम मचा रखा है। लेकिन चीन इस बात से पर्दा नहीं उठा रहा है कि चीन में रोजाना कोविड संक्रमण के कितने मरीज आ रहे हैं। हालाकि गुप्त सूत्रों से जो जानकारी मिली है उनके मुताबिक चीन की हालत काफी खराब है। चीन के आईसीयू वार्ड में लोगों की भीड़ लगी हुई है। लोग कोविड संक्रमण से। परेशान हैं और मुर्दा घरों में लाशों का ढेर बिछ गया है।
लेकिन इस बात की पुष्टि आधिकारिक रूप से चीन द्वारा नहीं की गई है। जानकारों का कहना है कि कोविड प्रतिबंध को लेकर चीन में प्रदर्शन हुआ और शी जिनपिंग ने जीरो कोविड पॉलिसी खत्म की। जिसका नतीजा सामने है कि एक बार पुनः चीन मौत का तांडव झेल रहा है।
चाइना सेंटर फ़ॉर डिसीज़ कंट्रोल एंड प्रीवेंशन’ विभाग की एक रिपोर्ट में प्रशासन का अनुमान है कि दिसम्बर के पहले 20 दिनों में ही कोविड-19 से क़रीब 25 करोड़ लोग संक्रमित हो चुके थे। लेकिन यह भी बताया जा रहा है कि जिन लोगों का स्वास्थ्य बेहतर है उन्हें कोरोना के कहर से कम खतरा है। उन्हें संक्रमण तो हो सकता है लेकिन वह स्वयं को रिकवर करने की शक्ति रखते हैं।
क्या कहते हैं अंतरराष्ट्रीय संगठन-
चीन कोरोना के वास्तविक आकड़े छिपा रहा है। जो विश्व के लिए खतरा साबित हो सकता है। वहीं कोरोना की वापसी के संदर्भ में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह सिर्फ चीन की समस्या नहीं है। यह पूरे विश्व की समस्या है। यदि कोरोना विश्व स्तर पर वापसी करता है तो हालात बदतर होंगे।
विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से जारी बयान के बाद सभी देश सतर्क हो गए हैं। कई देशों ने चीनी यात्रियों के आवागमन पर प्रतिबंध लगाया है। वहीं अपने देश के नागरिकों को सतर्क को कोरोना गाइडलाइंस का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए हैं।
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