डेस्क। देश के सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों सहित 200 से ज्यादा विश्वविद्यालयों के स्नातक पाठ्यक्रमों में साझा विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा स्नातक (CUET) के आधार पर प्रवेश भी दिया जाएगा। साथ ही इनमें दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) भी शामिल है। डीयू से संबद्ध आत्मा राम सनातन धर्म (एआरएसडी) कालेज के प्राचार्य ज्ञानतोष कुमार झा ने सीयूईटी को लेकर अकसर पूछे जाने वाले सवालों का जवाब भी दिया है।
जानिए सीयूईटी यूजी के प्रश्नों का स्तर क्या होगा?
विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा-स्नातक के सभी पेपरों के प्रश्न केवल बारहवीं कक्षा के पाठ्यक्रम पर आधारित भी होंगे। साथ ही बारहवीं कक्षा के बोर्ड पाठ्यक्रम का अध्ययन करने वाले विद्यार्थी इस परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने में सक्षम भी होंगे।
विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा-स्नातक के सभी पेपरों के प्रश्न केवल बारहवीं कक्षा के पाठ्यक्रम पर आधारित भी होंगे। साथ ही बारहवीं कक्षा के बोर्ड पाठ्यक्रम का अध्ययन करने वाले विद्यार्थी इस परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने में सक्षम भी होंगे।
इस परीक्षा के पेपरों में गलत उत्तर देने पर ऋणात्मक अंक देने का प्रावधान रखा गया है। हर प्रश्न का सही उत्तर देने पर अभ्यर्थी को जहां पांच अंक मिलेंगे तो हर प्रश्न का गलत उत्तर देने पर उसका एक अंक काटा भी जाएगा।
प्रत्येक भाषा आधारित पेपर और विषय आधारित पेपर 45 मिनट की अवधि के होते हैं और सामान्य ज्ञान का पेपर एक घंटे की अवधि का होता है। वहीं एक उम्मीदवार को सिर्फ उसके द्वारा चुने गए पेपर में उपस्थित होना भी आवश्यक है।
जानिए पेपर का प्रारूप क्या होगा?
सीयूईटी यूजी का प्रारूप वस्तुनिष्ठ प्रकार का होगा और प्रश्न पत्र में बहुविकल्पीय प्रश्न शामिल भी होंगे। यह परीक्षा कंप्यूटर आधारित सम्पन होगी।
परीक्षा देने के लिए कितने विषय आप चुन सकते हैं?
परीक्षा देने के लिए कितने विषय आप चुन सकते हैं?
एक उम्मीदवार खंड एक-ए और एक-बी को मिलाकर अधिकतम तीन भाषाओं का चयन आप कर सकता है। (चुनी गई तीसरी भाषा एक डोमेन-विशेष के विषय की जगह पर चुनी जा सकती है।) खंड दो में, उम्मीदवार 27 उपलब्ध विकल्पों में से अधिकतम छह विषयों का चयन भी कर सकते हैं। खंड तीन में सामान्य परीक्षा शामिल है और एक उम्मीदवार निम्नलिखित तरीके से अधिकतम 10 परीक्षा भी दे सकता है –
खंड एक-ए और खंड एक-बी से अधिकतम दो भाषा, खंड दो से अधिकतम छह डोमेन विषय और खंड तीन से सामान्य परीक्षा होगी।
खंड एक-ए और खंड एक-बी से अधिकतम तीन भाषा, खंड दो से अधिकतम पांच डोमेन विषय और खंड तीन से सामान्य परीक्षा है।
खंड एक-ए और खंड एक-बी से अधिकतम तीन भाषा, खंड दो से अधिकतम पांच डोमेन विषय और खंड तीन से सामान्य परीक्षा है।
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