Manipur Violence Video: दो महीने से मणिपुर हिंसा की आग में जल रहा है। कुकी और मैतई समुदाय के लोगों के बीच संघर्ष बढ़ता जा रहा है। खबर है अब तक यहां 140 से अधिक मौत हो चुकी हैं। आज सोशल मीडिया पर एक आपत्तिजनक वीडियो वायरल हुआ, वीडियो मानवता को तार-तार कर रहा है। महिलाओं को नग्न अवस्था में परेड करवाई जा रही है। उनके यौन अंगों को छुआ जा रहा है। सोशल मीडिया पर राज्य और केंद्र सरकार की आलोचना हो रही है। सवाल उठ रहा है कि हिंसा पर सत्ताधारी मौन क्यों हैं। वहीं आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि बीते दो महीनों में मणिपुर में क्या -क्या हुआ है।
हिंसा 3 मई 2023 से प्रभावी हुई। हिंसा जातिय है संघर्ष बढ़ा तो मणिपुर जलने लगा। यदि हम सीधे-सीधे देखें तो आज हिंसा को 77 दिन पूरे हो गए हैं। खबर यह भी है कि महिलाओं के साथ मणिपुर में अभद्रता की सभी हदें लांघ दी गईं। हिंसा का कारण मणिपुर में मैतई समुदाय को जनजाति का दर्जा दिए जाने की मांग के विरोध में निकाली गई जिससे लोग भड़क उठे।
इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्व और चुराचांदपुर जिले हिंसा से सबसे अधिक प्रभावित हैं। 140 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है है, 300 से अधिक लोग घायल हैं 5,000 से अधिक हिंसक घटनाएं हुई हैं। 5,995 एफआईआर दर्ज की गईं, 6,700 से ज्यादा (प्रिवेंटिव डिटेंशन भी शामिल) हिरासत में लिए गए। शांति बनाए रखने के लिए अर्धसैनिक बल और सेना मौजूद है, लगभग 350 राहत शिविर लगाए गए है। लगभग 50,000 विस्थापित हुए हैं। 3,500 घर और धार्मिक स्थल क्षतिग्रस्त किये गए.