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ManipurViolence: कुर्सी है तुम्हारा ये जनाज़ा तो नहीं है ? कुछ कर नहीं सकते तो उतर क्यों नहीं जाते ?

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ManipurViolence:  मणिपुर में हिंसा खत्म होने का नाम नहीं ले रही। सोशल मीडिया पर मई का एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है, वीडियो में दो महिलाओं को नर्वस्त्र कर घुमाया जा रहा है, उनके साथ अभद्रता की जा रही है, उनके यौन अंगो को बर्बरता के साथ स्पर्श किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर लगातार बीजेपी सरकार और केंद्र की मोदी सरकार की आलोचना हो रही हैं। लोग मुख्यमंत्री एन बीरेन से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर पीएम मोदी इस्तीफ़ा दो ट्रेड कर रहा है। 

वही अब इस घटना को इंगित करते हुए कवि कुमार विश्वास ने एक पोस्ट किया है जो वायरल हो रहा है। कुमार विश्वास लिखते हैं- “कुर्सी है तुम्हारा ये जनाज़ा तो नहीं है ? कुछ कर नहीं सकते तो उतर क्यों नहीं जाते ?”

एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा- मणिपुर देश के मनहर पूर्वोत्तर का प्यारा प्रदेश है। अगर वहाँ भारत की किसी बेटी को सरेआम निर्वसन सड़क पर घुमाया जा रहा है तो यह हमारे समाज, समय और सरकारों, सब की सामूहिक चिंता का विषय होना ही चाहिए। प्रदेश के मुख्यमंत्री व देश के गृहमंत्री जी से अपेक्षा कि वे इन पिशाचों को ऐसा सबक़ सिखाएँ जो उदाहरण बने।फ़्रांस की हालातों पर तपसरा करने वाले पक्षकारों से यूँ तो आशा कम है पर फिर भी अनुरोध है कि अपनी ज़िम्मेदारी निभाएँ। 

याद रहे भरी सभा में बेटियों के चीरहरण को चुपचाप देखने वाले चाहे राजनीति के भीष्म हों या ज्ञान के द्रोणाचार्य अंततः पतन न अपयश के भागी बनते ही हैं। मन रो रहा है, आत्मा घायल है। जातीय वैमनस्य की आग में जलते-जलते ये हम कहाँ आ पहुँचे हैं। 

ट्विटर की, की-बोर्ड-क्रांतिकारी जनता व छुटभैये-पक्षकारों से भी अनुरोध है कि ज़रा सी भी शर्मो-हया बची हो तो विडियो को शेयर करना बंद करें। खबर लगाएँ पर वीडियो हटाएँ।अपनी आँखों की नहीं तो घर-परिवार के बच्चों की तो सोचें। अपने निजी और राजनैतिक हित कम से कम इस सब से तो न साधें। 

 

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