डेस्क। नेताजी सुभाषचंद्र बोस की याद में मनाए जाने वाले पराक्रम दिवस के अवसर पर अंडमान निकोबार के 21 बेनाम द्वीपों का नामकरण 21 परम वीर चक्र सम्मानित शहीदों के नाम पर होने जा रहा है।
बता दें 23 जनवरी को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इन द्वीपों का नामकरण करने वाले हैं। वहीं इस क्रम में सबसे बड़े बेनाम द्वीप का नाम पहले वीर चक्र सम्मानित मेजर सोमनाथ शर्मा के नाम पर भी होगा। वही दूसरे सबसे बड़े द्वीप का नाम दूसरे वीर चक्र सम्मानित करम सिंह के नाम पर और इसी तरह होगा भी।
जानकारी के अनुसार मोदी सरकार के काल में नेताजी को अलग अलग माध्यमों से लगातार सम्मान दिया जा रहा है। वही उनकी जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाने का फैसला इसी सरकार के काल में हुआ और उनसे जुड़े दस्तावेज भी सार्वजनिक भी किए गए हैं। सरकार के इस काम को बंगाल की राजनीति से भी जोड़ा जाता रहा है। साथ ही अंडमान के रास आइलैंड का नाम पहले ही सुभाष चंद्र बोस के नाम पर किया भी जा चुका है। उसी तरह नील आइलैंडऔर हेवलाक आइलैंड का नाम शहीद द्वीप और स्वराज द्वीप भी किया जा चुका है।
साथ ही आपको बता दें अमृतकाल में सरकार ने ऐसे वीरों को सामने लाने की कोशिश भी रही है जिन्हें भुला दिया गया है। वहीं इस क्रम में बड़े 21 द्वीपों का नामकरण परमवीर चक्र से सम्मानित शहीदों के नाम पर होगा।
वहीं उसी दिन प्रधानमंत्री बोस द्वीप पर उनकी याद में राष्ट्रीय संग्रहालय का भी उदघाटन भी करेंगे। मालूम हो कि युवाओं के लिए संसद के दरवाजे खोलने के लिए कई अहम कदम उठाने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ऐसी ही एक और पहल के रूप में आगामी 23 जनवरी को 80 युवाओं को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के अवसर पर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करने का अवसर प्रदान किया है। इन युवाओं का चयन पूरे देश से किया गया है और जिनमें 35 लड़कियां और 45 लड़के भी शामिल हैं।
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