Home राजनीति Lok Sabha elections 2024: मोदी की गारंटी के तले सिमटा विपक्ष

Lok Sabha elections 2024: मोदी की गारंटी के तले सिमटा विपक्ष

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Lok Sabha elections 2024:

Lok Sabha elections 2024: मोदी की गारंटी की गूंज लोकसभा चुनाव में खूब सुनाई पड़ रही है। सत्तापक्ष का दावा है उनकी विकास नीति ने जनता का दिल जीत लिया है। युवा, ग़रीब, महिला और किसान..सभी के चौमुखी विकास के लिए मोदी सरकार ने काम किया है। इसके साथ ही मोदी की चुनावी गारंटी भी युवा, ग़रीब, महिला और किसान..के इर्द-गिर्द घूम रहीं हैं। हालाकि विपक्ष मोदी की गारंटी को जुमला करार दे रहा है और दावा कर रहा है यह विकास नहीं विभेदकारी नीति पर काम कर रहे हैं। मोदी सरकार का संकल्प जनता को हिन्दू -मुसलमान के नाम पर लड़ाना और अशांति पैदा करना है। लेकिन इस सबके बीच एक सवाल जो सबसे अधिक लोगों के बीच घूम रहा है कि क्या मोदी की योजनाओं की नीति फेल हो जाएगी या फिर इन योजनाओं के बलबूते मोदी ने स्वयं की विश्वसनीय छवि गढ़ ली है।

क्या है जनता के मध्य मोदी की छवि:

पीएम मोदी ने देश हित में कई जनकल्याणकारी योजनाओं का शुभारम्भ किया और उन योजनाओं का लाभ आम जनता तक पहुंचा। युवा, ग़रीब, महिला और किसान..को केंद्र में रखकर बीजेपी ने अपना चुनावी दांव चला। किसान सम्मान निधि से लेकर उज्ज्वला, आयुष्मान योजना, कन्या सुमंगला योजना ने जनता के दिलों में जगह बनाई और मोदी के प्रति एक सकारात्मक दृष्टिकोण डेवलप किया।

राजनीति के जानकारों का मानना है की फ्री राशन से लेकर फ्री सिलेंडर जनता को मुहैया करवाना। किसान सम्मान निधि के माध्यम से सालाना किसानों छः हजार रूपये की आर्थिक मदद प्रदान करना। भले मोदी सरकार की विकास नीति हो लेकिन योजनाओं के लाभार्थियों के लिए उनके प्रति मोदी की कृपा है। योजना के लाभार्थियों को दस वर्ष में यकीन हुआ है की मोदी सरकार ने उनकी समस्याओं को समझा और उनके हित में काम किया है। आज भले ही युवाओं को रोजगार न मिल रहा हो। देश में अमीर-गरीब के मध्य खाई बढ़ी हो। हिन्दू-मुस्लिम नीति ने गली-गली अपना घर बना लिया हो। लेकिन मोदी की योजनाओं ने जनता का ह्रदय जीत बीजेपी का वोट बैंक मजबूत किया है।

अगर हम आज के समय में मोदी की छवि की बात करें। तो जनता के बीच मोदी विकास पुरुष के नाम से विख्यात हैं। जनता को आज विश्वास है की मोदी सरकार उनके हितार्थ में कार्य करेगी। जनता का कहना है मोदी का उन्होंने अन्न खाया है और उनके साथ दगा करना अन्न के साथ दगा करने जैसा होगा। यानी मोदी का एहसान झेल रहा आम आदमी अन्न का कर्ज उतारने का बोझ लिए बीजेपी की तरफ पूर्ण समर्पित हो गया है।

अन्न के बोझ तले दबा विपक्ष:

मोदी की योजनाओं ने आम जनमानस के बीच जहां बीजेपी की छवि गढ़ी है। वहीं विपक्ष की छवि खाऊ पार्टी के रूप में बन गई है। आज जनता के मध्य विपक्ष मानों स्वाहा हो चुका है। मोदी की अन्न योजना ने विपक्ष को सवालों के कटघरे में उतार दिया है और आज जनता विपक्ष को अपना विकल्प समझने से इनकार कर दिया है। आज के समय में स्थिति ऐसी है की यदि जातिय वोट न हो तो विपक्ष शून्य पर सिमट जाए और अन्न का बोझ विपक्ष का अस्तित्व खत्म कर दे।

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