Congress President Polls Result 2022: कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव का परिणाम घोषित हो चुका है। वहीं मल्लिकार्जुन खड़गे ने शशि थरूर को इसमें हरा भी दिया है। खड़गे कांग्रेस के छठे दक्षिण भारतीय अध्यक्ष होंगे।
वहीं उनसे पहले पीवी नरसिम्हा राव, एस निजलिंगप्पा, के कामराज, नीलम संजीव रेड्डी और पट्टाभि सीतारमैया कांग्रेस अध्यक्ष रह चुके हैं जो इसी भूमि से आते हैं। इसी कड़ी में खड़गे पहली बार साल 1969 में गुलबर्गा शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चुने गए थे। साथ ही कांग्रेस में शामिल होने से पहले वह मजदूर संघ के नेता भी हुआ करते थे।
बता दें की प्रेसिडेंट इलेक्शन में खड़गे के प्रतिद्वंदी रहे शशि थरूर उन्हें ‘कांग्रेस भीष्म पितामह’ भी बता चुके हैं। इससे पार्टी में खड़गे के कद और महत्व को समझा भी जा सकता है। वहीं साथ ही कर्नाटक से ताल्लुक रखने वाले 80 वर्षीय खड़के बीते 50 वर्षों से भारतीय राजनीति में सक्रिय भी हैं।
बता दें वह लगातार 10 चुनाव जीत चुके हैं। जिसमें वो आठ बार विधायक और दो बार सांसद रहे। वहीं वह सिर्फ एक चुनाव हारे हैं। और वह चुनाव था- 2019 का लोकसभा चुनाव। इसी वजह से खड़गे को ‘सोलिलदा सरदार’ भी कहा जाता है, जिसका मतलब होता है- कभी न हारने वाला योद्धा।
बता दें कि पिछले 24 वर्षों में पहली बार कांग्रेस की कमान गांधी परिवार से इतर किसी नेता के हाथ में जाएगी। कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में मल्लिकार्जुन खड़गे ने 7897 वोट दिए गए हैं। इसके साथ ही शशि थरूर करीब 1000 वोट अपने पाले में खींच पाए हैं। यानी खड़गे को थरूर की तुलना में 8 गुना ज्यादा वोट मिले हैं इस चुनाव में 416 वोट खारिज भी किए गए हैं।
बौद्ध धर्म को मानते हैं खड़गे
कांग्रेस के नवनिर्वाचित मुखिया मल्लिकार्जुन खड़गे बौद्ध धर्म के अनुयायी हैं और उनके अध्यक्षता में चलने वाला सिद्धार्थ विहार ट्रस्ट बुद्ध और डॉ. अंबेडकर के विचारों फैलाने का काम भी करता है। यह ट्रस्ट गुलबर्गा के बाहरी इलाके में स्थित हैं वहीं खड़गे इसी क्षेत्र से सबसे अधिक बार चुनाव भी जीते हैं।
Disclaimer : इस न्यूज़ पोर्टल को बेहतर बनाने में सहायता करें और किसी खबर या अंश मे कोई गलती हो या सूचना / तथ्य में कोई कमी हो अथवा कोई कॉपीराइट आपत्ति हो तो वह [email protected] पर सूचित करें। साथ ही साथ पूरी जानकारी तथ्य के साथ दें। जिससे आलेख को सही किया जा सके या हटाया जा सके ।