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देश में हो रही धर्म की राजनीति, स्वतंत्रता पर मंडरा रहा है खतरा-अशोक गहलोत

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राजनीति- राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत(Rajasthan chief minister Ashok Gehlot) ने केंद्र सरकार(Central government) पर निशाना साधते हुए कहा- आज देश के अमुख मुद्दे, अपराध(crime), बेरोजगारी(unemployment), महंगाई, महिला के प्रति दुर्व्यवहार है। पत्रकार(journalist), लेखक(writer), साहित्यकारों की आवाज को आज दबाया जा रहा है। जब यह अपनी आवाज को बुलंद करते हैं तो इन्हें जेल का रास्ता दिखाया जाता है। स्थिति दयनीय है देश की जनता को अब विचार करना चाहिए।

उन्होंने आगे कहा, देश मे अब आयकर विभाग(, income tax) और सीबीआई(CBI) का आतंक उफान पर है। न्यायपालिका( और चुनाव आयोग(election commission) दबाव में काम कर रहे हैं। स्वतंत्रता(freedom) बाधित है और अमीर व गरीब के मध्य खाई बढ़ती जा रही है। आज कुछ मुद्दे ऐसे हैं जिनके चलते देश रो रहा है। 
उन्होंने आगे कहा, सरकार(government) का यह काम था कि वह देश की जनता के विषय में विचार करें। देश में बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, अपराध के खिलाफ सख्त कानून बनाएं। लेकिन सरकार ने ऐसा नहीं किया, वह मौन रहे। वहीं विपक्ष जब इन मुद्दों को इंगित करते हुए कोई यात्रा निकालता है, कोई धरना प्रदर्शन करता है। तो इसे दूसरे भाव से दिखाया जाता है।
आज इन लोगों ने लोकतंत्र(democracy) का मुखोटा पहन कर सरकार बनाई है। वास्तव में इन्हें लोकतंत्र से कोई मतलब ही नहीं है। यह लोग अपने मुताबिक काम कर रहे हैं। इन लोगों को इस बात की चिंता नहीं है कि देश में क्या हो रहा है। क्योंकि यह धर्म की राजनीति(politics) करते हैं और देश को अंधकार की खाई में धकेल रहे हैं।
मनीष सिसोदिया(Manish Sisodia) के सवाल पर गहलोत का जवाब-
मीडिया कर्मियों ने जब गहलोत(Ashok Gehlot) से पूछा मनीष सिसोदिया(Manish sisodiya) की गिरफ्तारी पर आपका क्या मत है। उन्होंने कहा, मनीष सिसोदिया(Manish sisodiya) जैसे ही कई लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। उनके बारे में आज सबको पता है क्योंकि वह दिल्ली के उपमुख्यमंत्री(Delhi deputy chief minister) हैं।

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