खागा : अप लाइन में कोयला लादकर इलाहाबाद से कानपुर की ओर जा रही मालगाड़ी की बोगी से धुआं देखकर रेलवे कर्मियों में हड़कंप मच गया। आनन-फानन सिग्नल लोवर करके मालगाड़ी रोंकी गई। रेलवे कर्मियों ने पानी डालकर बोगी की आग बुझाई। 20 मिनट तक अफरा-तफरी का माहौल रहा।
शनिवार सुबह अप लाइन में जैसे ही मेमो पैसेंजर ट्रेन खागा स्टेशन से रवाना हुई, पीछे से कोयला लादे मालगाड़ी एमटीएसएस लोको नंबर 32232 आकर खड़ी हो गई। प्लेटफार्म नंबर तीन की ओर बैठे पोर्टर प्रमोद कुमार की नजर मालबाड़ी की बोगी नंबर दस पर पड़ी तो वह हक्का-बक्का रह गया। बोगी के अंदर से तेज धुआं निकल रहा था। पोर्टर ने इसके बारे में स्टेशन मास्टर विनय कुमार को सूचना दी। तत्काल सिग्नल लोवर करके मालगाड़ी को अप लाइन पर रोंका गया। मालगाड़ी के चालक व गार्ड को धुआं निकलने की जानकारी हुई तो वह भी सकते में आ गए। हड़बड़ी में बिना ओएचई बंद कराए ही एक रेलवे कर्मी पानी का पाइप पकड़कर बोगी के ऊपर चढ़ गया। नजदीक खड़े स्टाफ कर्मियों ने सावधानी के साथ कोयला में पानी डलवाकर आग पर काबू पाया। बीस मिनट बाद मालगाड़ी को आगे रवाना किया गया।
करंट की ओर नहीं गया ध्यान
कोयला लादे मालगाड़ी की बोगी से धुआं निकलने की सूचना से रेल कर्मी बेहद हड़बड़ा गए। किसी को इस बात का ध्यान ही नहीं रहा कि ऊपर से गुजरी ओएचई के नीचे खड़े होने पर जोखिम हो सकता है। हाईवोल्टेज करंट चालू होने के बावजूद रेलवे कर्मी ने जोखिम के साथ पानी डालकर आग बुझाई।
सूचना मिलते ही रोंकी गई मालगाड़ी
स्टेशन मास्टर विनय कुमार ने बताया कि जैसे ही सूचना मिली तत्काल मालगाड़ी को रोंका गया। पाइप से पानी लाकर बोगी में डलवाया गया। किसी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ है।
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