मेरठ। भले ही दुनिया भर में जारी कहर के बीच कोरोना वायरस की दवा अब तक ना बन सकी हो, लेकिन देश के कई हिस्सों में स्थानीय दुकानदारों से लेकर डॉक्टरों तक इस बीमारी की फर्जी दवाओं की उपलब्धता का दावा किया जा रहा है।
मेरठ में कोरोनोवायरस के एक ‘चमत्कारिक’ उपचार की पेशकश करने के लिए एक दुकानदार को गिरफ्तार कर लिया गया है। 40 वर्षीय पवन यादव को आईपीसी की धारा 420 (धोखाधड़ी), 268 (सार्वजनिक उपद्रव) और आईटी अधिनियम की धारा 66 के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
दवा का ट्रायल करने की मांग की थी
पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) अविनाश पांडे ने कहा, यादव ने नौ मिनट का एक वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर डाला था, जिसमें वह अपने हाथ में ‘चमत्कारी दवा’ भी लिए हुए था। उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित करते हुए यह वीडियो पेश किया और 1000 कोरोनोवायरस रोगियों के बीच इसका परीक्षण करने को कहा। यादव के इस वीडियो को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों के बीच काफी उत्सुकता पैदा हो गई और उसे फोन आने भी शुरू हो गए थे।
पीएम को संबोधित वीडियो हुआ वायरल
एसपी ने कहा, ‘इस नौ मिनट के पूरे वीडियो को प्रधानमंत्री को संबोधित किया गया है। यादव ने दावा किया है कि दवा 27 साल पहले बनाई गई थी और कोरोना वायरस सहित किसी भी तरह के वायरस नष्ट कर सकती है। यादव एक कॉलेज के पास फास्ट फूड की एक छोटी-सी दुकान चलाता है। यह वीडियो ध्यान आकर्षित करने के उद्देश्य से बनाया गया था।’ यादव ने पुलिस को बताया कि उसका पूरा परिवार पिछले छह सालों से उस दवा का सेवन कर रहा था और इन वर्षों के दौरान बीमारी से अछूता रहा।
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