रिपोर्ट:सैय्यद मकसूदुल हसन
अमेठी। जिला खादी ग्रामोद्योग अधिकारी राकेश कुमार पांडे ने बताया कि 20 वर्षों से जनपद अमेठी में कंबल कारखाना गुंगवाछ टीकरमाफी बंद पड़ा था, जो अब माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश शासन द्वारा 18 सितंबर से कंबल बुनाई का कार्य कारखाने में संचालित हो गया है। उन्होंने बताया कि कम्बलों की बुनाई का कार्य जनपद अमेठी के स्थानीय बुनकरों के माध्यम से प्रति कंबल रु 100 की दर से भुगतान किया जाएगा।
जिससे स्थानीय बुनकरों को रोजगार के अवसर प्रदान होंगे तथा 1 दिन में एक बुनकर लगभग 6 से 7 कंबल की बुनाई करेगा जिससे प्रति बुनकर को प्रतिदिन रु 600 से 700 तक रोजगार उपलब्ध होगा। वर्तमान समय में कंबल कारखाना गुंगवाछ टीकरमाफी में केवल बुनाई का कार्य होगा, जिसकी फिंसिग, रेजिंग, वाशिंग का कार्य कंबल कारखाना मिर्जापुर एवं गोपीगंज से कराया जाएगा तथा उत्पादित कम्बलों की बिक्री शासन के नीतियों के अनुसार पुलिस सप्लाई, जिला अस्पताल, बाढ़ पीड़ित एवं ठंड में गरीबों को वितरण हेतु सरकारी विभागों द्वारा क्रय किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि धीरे-धीरे फिंसिग, रेजिंग, वाशिंग का कार्य भी कंबल कारखाना गुंगवाछ टीकरमाफी में ही कराया जाएगा जिससे जनपद के बेरोजगार नव युवकों को रोजगार के अवसर प्रदान होंगे।
Disclaimer : इस न्यूज़ पोर्टल को बेहतर बनाने में सहायता करें और किसी खबर या अंश मे कोई गलती हो या सूचना / तथ्य में कोई कमी हो अथवा कोई कॉपीराइट आपत्ति हो तो वह [email protected] पर सूचित करें। साथ ही साथ पूरी जानकारी तथ्य के साथ दें। जिससे आलेख को सही किया जा सके या हटाया जा सके ।