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शाहजहां ने बनाया था हिंदू महिलाओं को बड़े पैमाने पर यौन दासी

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History of Mughal |

आतंकी संगठन आईएसआईएसआई के बारे में हमने खूब पढा और सुना है उनके अत्याचारों के बारे जब भी कही जिक्र होता है तो अक्सर हमारी आंखों में दर्द छलक उठता है कि कोई इतना निर्दयी कैसे हो सकता है। कहा जाता है कि आतंकी संगठन आईएसआईएसआई महिलाओं को यौन गुलाम बनाकर रखता है जो आज की सदी का सबसे दर्दनाक मंजर है सभी उनके इस जघन्य अपराध की अभेलना करते हैं उनका तिरस्कार करते है लेकिन कोई उनपर कार्यवाही नहीं करता। लेकिन यदि हम इतिहास के पन्नो को पलटना आरम्भ करें तो भारत में रहकर भारत का खाकर कुछ बादशाहों ने भारत की महिलाओं के साथ इस  जघन्य अपराध को अंजाम दिया था।

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घटना पुरानी है लेकिन इतिहास को जानना अत्यधिक आवश्यक क्योंकि आज टेलीविजन के दौर में कई निर्देशक ऐसे है जो उन बादशाहों पर फिल्में बनाने और जनमत के बीच उनकी एक उम्दा छवि विकसित करने की कोशिश करते हैं। फिल्मों के माध्यम से आधा अधूरा इतिहास दिखाकर वास्तविकता ओर खास तौर पर हिंदुओं के खिलाफ हुए अत्याचारों पर पर्दा डालने की कोशिश करते हैं। वही यदि कोई हिन्दू यह विचार कर ले कि वह हिंदुओं पर हुए अत्याचारों को उजागर करे तो उसपर अनेकों सवालों की बौछार होने लगती है और लोग उसके विरोध के लिए खड़े हो जाते हैं।

जाने क्या हुआ था दिल्ली सल्तनत के सुल्तानों और मुगलों के राज में महिलाओं के साथ:-

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कई निर्देशक इन सुल्तानों और बादशाहों पर फिल्में नाटक बनाते हैं और इतिहास को उलट पलट का जनता के सामने पेश करते हैं। लेकिन वास्तविकता यह है कि आतंकी संगठन आईएसआईएसआई से भी ज्यादा निर्दयी निर्लज्ज थे। इनके सत्ता में रहते बहुसंख्यक हिंदू महिलाओं को बड़े पैमाने पर यौन दासी यानी सेक्स सेल्व्स बनाया था। इनके साथ हर दिन दरिंदगी होती थी।
इन सुल्तानों और बादशाहों में शाहजहां का नाम सबसे ज्यादा प्रसिद्ध रहा। जिस शाहजहां ने ताजमहल का निर्माण करवाया जिसके नाम का हर भारतीय चर्चा करता है। जिसकी लोग प्रेम की परिभाषा देते है। उसके बारे में कहा जाता है कि वह महिलाओं का सम्मान नहीं करता था। मुगलों में महिलाओं के साथ हुए यौन अपराध के लिए शाहजहां का हरम सबसे अधिक बदनाम रहा, जिसके कारण दिल्ली का रेड लाइट एरिया जी.बी.रोड बसा। जेबी रोड पर आज भी महिलाओं के साथ दरिंदगी की घटनाएं सामने आती है और यहाँ पर महिलाओं को सम्मना नहीं प्राप्त है यहां की महिलाओं को लोग ओछी नजरो से देखते है। 

जाने शाहजहां के हरम में कितनी महिलाओं को बनाया गया था रखैल:- 

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प्रेम के लिए विख्यात शाहजहां ने महिलाओं के साथ अत्याचार करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। हिन्दू महिलाओं को अपनी रखैल बनाना उसके शासन काल का लोकप्रिय कार्य था। इतिहासकार वी. स्मिथ ने लिखा है, जब शाहजहां के हाँथो में सत्ता थी तो इसके हरम में 8000 रखैलें थीं जो उसे उसके पिता जहाँगीर से विरासत में मिली थी। शाहजहां ने सत्ता में आने के बाद उन महिलाओं पर कोई दया नहीं की बल्कि महिलाओं को अलग अलग किया फिर हिन्दू परिवारों से बलात लाकर हरम की बढ़त की। उसके 8000 महिलाओं को लगातार बढ़ाया उसके अत्याचार का मुख्य आधार हिन्दू महिलाएं बनी। जानकारी के लिए बता दें यह पूरी कहानी अकबर दी ग्रेट मुगल : वी स्मिथ, पेज नम्बर 359 पर मिल जाएगी)
कहा जाता है दिल्ली का बदनाम एरिया जे बी रोड इन्ही महिलाओं द्वारा बना हुआ है। क्योंकि जब महिलाओं से इनका जी भर जाता था तो यह उन्हें अपने हरम से भगा देते थे। उन हिन्दू महिलाओं के रहने का कोई आश्रय नहीं तब इन्होंने इस धंधे का आरंभ किया और जेबी रोड पर मजबूरन उन्हें अपने शरीर को बेचने का धंधा शुरू करना पड़ा। बता दें यह इतना निरंकुश सम्राट था कि यह हिन्दू महिलाओं को जबरन अगवा कर उनसे यौन-गुलामी और यौन व्यापार करवाता था। अक्सर अपने मंत्रियों और सम्बन्धियों को पुरस्कार स्वरूप अनेकों हिन्दू महिलाओं को उपहार में दिया करता था और यदि कोई हिन्दू महिला इसके निर्णय का विरोध करती तो यह इसके साथ निरंकुशता की हर हद को लांघ देता था। यह नर पशु, यौनाचार के प्रति इतना आकर्षित और उत्साही था कि इसने हिन्दू महिलाओं का मीन बाजार लगवाना आरम्भ किया था। 

मीन बाजार के विषय मे हिंदू पुरुषों को अपने सामने नपुंसक बनाता था शाहजहां- 

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वी स्मिथ, ऑक्सफोर्ड, 1934 द्वारा लिखित पुस्तक ट्रेविल्स इन दी मुगल ऐम्पायर- फ्रान्कोइस बर्नियर में बताया गया है कि शाहजहां अपने महल में महिलाओं का मीन बाजार लगवाया करता था। जिसमे अगवा कर लाई गई सैकड़ों हिन्दू महिलाओं का क्रय विक्रय होता था। शाहजहां इतना हिंसक था कि यह अपनी वासना को मिटाने हेतु कई लड़कियों को अपनी रखैल बनाए हुए था और कई लड़को को नपुंसक बनना इसका प्रिय शौक। यह ज्यादातर हिन्दू लड़को को नपुंसक बना देता था और उनके सामने हिन्दू महिलाओं के साथ यौन दुराचार करता था। 

क्या यह कर सकता था किसी से प्रेम:-

लोग मुमताज और शाहजहां के प्रेम की बड़ी बड़ी मिशाल देते हैं। लोग कहते हैं वह अपनी बेगम से इतना प्रेम करता था कि उसने उसकी याद में ताजमहल का निर्माण करवाया। लेकिन क्या आप जानते हैं जिस्म के शौकीन शाहजहां की मुमताज न तो पहली बेगम थी और न आखिरी क्योंकि यह इनकी चौथी बेगम थी। इसे मुमताज से प्रेम नहीं था अपितु सेक्स की भूंख थी। मुमताज से शादी करने के बाद इसकी यौन सम्बंध की चाहत जब खत्म नहीं हुई तो इसने तीन और शादियाँ की। वही सबसे अधिक गौर करने वाली बात तो यह है कि जिस मुमताज से यह प्रेम करते थे उसके दर्द को नहीं समझे और उसकी मौत किसी गंभीर बीमारी से नहीं बल्कि महज 34 वर्ष की उम्र में 14 वें बच्चे को जन्म देने के चक्कर मे हो गई। वही अपनी प्रेमिका से इनका प्रेम कुछ ऐसा था कि यह उसके मरने के एक हफ्ते नहीं रुके और उसकी छोटी बहन को इसने अपनी रखैल बना लिया। बता दें जब मुमताज ने शाहजहां से शादी की तब वह भी शादी शुदा थी। उसका पति शाहजहाँ की सेना में सूबेदार था जिसका नाम “शेर अफगान खान“ था। शाहजहाँ ने शेर अफगान खान की हत्या कर मुमताज से शादी की थी। 

अपनी बेटी के साथ किया था सम्भोग:- 

प्रेम की मिसाल माने जाने वाला शाहजहां वास्तव ने एक ऐसा दरिंदा था जिसका इतिहास जानना हर हिन्दू और मुस्लिम का धर्म है। इसने हिंदुओं के साथ तो अपराध की सभी हदें पार ही की वही मुस्लिम महिलाएं भी इसकी प्रताड़ना से कभी नहीं बच पाई। इसके लिए महिला कभी सम्मान जनक नहीं बनी अपितु सम्भोग की वस्तु रही। इसने हर किसी को सेक्स के लिए इस्तेमाल किया। यह इतना सेक्स अभिलाषी था कि इसने अपनी सगी बेटी जहाँआरा के साथ सम्भोग किया जिसके चलते इतिहासकार इसकी कड़ी निंदा करते हैं। बता दें इसकी बेटी जहाँआरा बिल्कुल अपनी मां की तरह लगती थी जिसके चलते यह खुद पर काबू नहीं कर पाया और उसके साथ संभोग करने लगा। यह इतना निर्लज्ज था कि अपनी संभोग की इच्छा पूरी करते रहने के चलते उसका विवाह भी नहीं होने दिया। वही जब बाप बेटी के इस सम्भोग की चर्चा होने लगी तो मौलवियों ने इसका विरोध करने की वजह कहा माली को अपने द्वारा लगाए फल को खाने का अधिकार है। 
इसकी बेटी अपने बाप की जिस्म की भूख मिटाने के लिए उसकी मदद करती थी उसने कई बार हिन्दू महिलाओं को धोखे से महल में बुलाकर अपने बाप के हवाले क़िया। जहाँआरा की मदद से शाहजहाँ ने मुमताज के भाई शाइस्ता खान की बीबी से कई बार बलात्कार किया था। शाहजहाँ के राज ज्योतिष की 13 वर्षीय ब्राह्मण लडकी को जहाँआरा ने अपने महल में बुलाकर धोखे से नशा देकर बाप के हवाले कर दिया था, जिससे शाहजहाँ ने अपनी उम्र के 58 वें वर्ष में उस 13 बर्ष की ब्राह्मण कन्या से निकाह किया था। यह वही हिन्दू बेटी थी जिसमे शाहजहां के कैद होने के बाद औरंगजेब की हवस से बचने हेतु अपने चेहरे पर तेजाब डाल लिया था।

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