डेस्क। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को राज्य के भाजपा नेताओं द्वारा लाउडस्पीकर विवाद में बिहार के ‘योगी मॉडल’ का पालन करने की सभी मांगों को खारिज कर दिया। यह कहते हुए कि उनकी सरकार किसी भी धार्मिक प्रथाओं में हस्तक्षेप नहीं करती है।
मुख्यमंत्री नीतीश ने कहा, “चलो इस बकवास के बारे में बात नहीं करते हैं।” मांगों की निंदा करते हुए, नीतीश कुमार ने कहा कि कुछ लोग “झगड़ा करना पसंद करते हैं। हम इस बकवास के बारे में बात नहीं करते हैं। यह सभी को पता है कि बिहार में हम किसी भी तरह की धार्मिक प्रथाओं में हस्तक्षेप नहीं करते हैं। बेशक, कुछ लोग सोचते हैं कि हंगामा करना उनका काम है और वे इस पर कायम रहते हैं।
बता दें कि राज्य (बिहार) में कई भाजपा नेता उच्च डेसिबल ध्वनियों से उत्पन्न खतरों का हवाला देते हुए बिहार में पूजा स्थलों से लाउडस्पीकर हटाने पर योगी आदित्यनाथ के नक्शेकदम पर चलने की मांग कर रहे हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंदिरों, मस्जिदों, गुरुद्वारों सहित धार्मिक स्थलों से 11,000 से अधिक लाउडस्पीकरों को हटा दिया है, जबकि अन्य 35,000 लाउडस्पीकरों की ध्वनि मात्रा को कम कर दिया गया है।
यूपी के मुख्यमंत्री ने कहा था कि राज्य में बिना पूर्व अनुमति के कोई भी धार्मिक जुलूस नहीं निकाला जाना चाहिए और लाउडस्पीकर से दूसरों को असुविधा नहीं होनी चाहिए। इस बीच, दिशानिर्देशों के नए सेट के अनुसार, किसी धर्मस्थल पर बजने वाले लाउडस्पीकर परिसर के बाहर नहीं जाने चाहिए। यदि किसी के द्वारा उक्त आदेश का उल्लंघन किया जाता है, तो अधिकारियों को संबंधित पूजा स्थल से लाउडस्पीकर को हटाने का अधिकार होगा।
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