देश– आजादी के बाद जब भारत में पहली बार मतदान हुआ तो श्याम सरन नेगी ने अपना पहला वोट डाला। यह दिन उनके लिए काफी खास था। क्योंकि वह लोकतंत्र के मूल को समझ चुके थे। लेकिन 2 नवम्बर को इन्होंने अपना अंतिम वोट डाला और आज इनका निधन हो गया है।
श्याम सरन नेगी की उम्र 106 साल थी। यह हिमाचल प्रदेश के निवासी थे। 2 नवंबर को हिमाचल प्रदेश में इन्होंने अपने घर से ही अपना वोट डाला और कहा मतदान महादान है। हम सब को अपने वोट का प्रयोग जरूर करना चाहिए। मतदान करना जीवन के लिए आवश्यक है यह लोकतंत्र के निर्माण का पर्व है।
बता दें नेगी ने 1951 से हर चुनाव में मतदान किया है. पेशे से शिक्षक रहे नेगी ने अपने जीवनकाल में कभी भी मतदान करने का अवसर नहीं छोड़ा। इनका मानना था कि मतदान जीवन के लिए महत्वपूर्ण है।
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