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भाजपा की बेचे जाओ नीति बनेगी घातक:- कांग्रेस

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राजनीति:- केंद्र सरकार जहां निजीकरण की राह पर तेजी से आगे बढ़ रही है। वही विपक्ष सरकार की इस पॉलिसी का जमकर विरोध कर रहा है। कांग्रेस मोदी सरकार को बेचो सरकार बता रही है। वही अब कांग्रेस ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि वह सरकारी बैंकों का पूर्णतः निजीकरण करना चाह रही है। जिस कारण अब भाजपा को बेचो पार्टी कहना उचित होगा।

कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने दावा किया है कि भाजपा सरकार द्वारा बैंको का निजीकरण करना महज उनकी भूमि को हड़पना है। मोदी सरकार जिस प्रकार निजीकरण के मार्ग पर तेजी से आगे बढ़ रही है उसके कारण आज भारत को महंगाई से जुझना पड़ रहा है। भारत की अर्थव्यवस्था डगमगा गई है। वही अब सरकार जिस तरह से बैंको का निजीकरण कर उससे अपना पल्ला झाड़ने को तैयार है इसके आगामी समय ने कई दुष्प्रभाव देंखने को मिलेंगे।
उन्होंने आगे कहा, 1969 में बैंकों का राष्ट्रीयकरण करने के इंदिरा गांधी के साहसिक निर्णय ने न केवल कुछ निजी ऋणदाताओं के एकाधिकार को तोड़ा बल्कि यह भी सुनिश्चित किया कि बैंकिंग सेवाएं देश के अंतिम छोर तक पहुंचें। लेकिन आज सरकार बैंको को सरकारी स्वामित्व से पूर्ण रूप से मुक्त करना चाह रही है जिसके दुष्परिणाम आगामी समय मे हमको ही झेलने पड़ेंगे। बीपीसीएल के सेल की प्रक्रिया रोक दी गई है. दो से तीन निवेशकों ने उससे अपना हाथ खींच लिया था. वे सरकार की फ्यूल प्राइस नीति से सहमत नहीं थे. इसलिए अनिश्चितता के वातावरण की वजह से निवेशक परेशान हैं. इसी तरह से पवन हंस लि. का सेल होल्ड पर है।

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