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रुढ़िवाद के दल-दल में धकेलने की साज़िश में लगी भाजपा के चक्रव्यूह से हम सब बाहर आ गए

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Breakingnews: आज नीतीश कुमार ने बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है और नई सरकार बनाने का दावा राज्यपाल के सामने प्रस्तुत किया है। वही अब जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है जदयू का यह निर्णय पूरे देश के लिए मील का पत्थर साबित होगा। भाजपा देश को रूढ़ीवादी दलदल में धकेलने की कोशिश में लगी है।

उन्होंने सोशल मीडिया पर एक ट्वीट करते हुए कहा, NDA से अलग होने के निर्णय से देश को फिर से रुढ़िवाद के दल-दल में धकेलने की साज़िश में लगी भाजपा के चक्रव्यूह से हम सब बाहर आ गए। यह निर्णय सिर्फ बिहार ही नहीं देश के लिए मिल का पत्थर साबित होगा।

 

देखे यूजर की प्रतिक्रिया:-

एक यूजर कहता है कि अभी तक क्या नशे में थे, मोदी मोदी मोदी चिल्लाते नही थक रहे थे, बेचारे तेजस्वी के पीछे हाथ धो कर पड़ गए थे, अब सब साथ साथ होगा जनता बेवकूफ नही है सबका हिसाब होगा नीतीश पीएम का सपना देख रहे है तो अब सपना ही रहेगा…..। वही एक अन्य यूजर कहता है कि चाटुकार जी अपने किस परिस्थिति में राजनीतिक दल रालोसपा बनाया था और रालोसपा को सम्मान किसने दिया था और अपमान किसने किया था भूल गए!! मुंगेरीलाल के हशीन सपने देखना बंद कीजिए ये दोगला तलवे चाटकर मुख्यमंत्री बनता है और आप प्रधानमंत्री बनने की बात करते हैं।
एक यूजर कहता है कि भाजपा के राज्य के कारण आप कभी केंद्रीय मंत्री रह चुके थे भाजपा से अलग हुए जमानत तक जब्त करवा लिए फिर थक हार कर नीतीश के चरण में लोट गए। एक यूजर कहता है कि भविष्य में ‘नितीश कुमार’ शोध का विषय होंगे कि कैसे बिना पूर्ण बहुमत कोई व्यक्ति 8 बार मुख्यमंत्री बन सकता है। दिलचस्प से भी है कि 2015 में जनादेश ‘महागठबंधन’ को मिला तब नितीश ने ‘NDA’ संग सरकार बनाई – 2020 में जब ‘NDA’ को बहुमत मिला तब Nitish की ‘महागठबंधन’ संग सरकार बनी।

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