कानपुर, श्रमिकों के लिए यह खबर राहतभरी है। आने वाले नए साल में श्रमिकों को अपनी बेटियों के विवाह के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा, न ही उनकी पढ़ाई के खर्च को लेकर किसी तरह की चिंता करनी होगी। श्रम कल्याण परिषद की ओर से नए साल यानि 2021-22 में 3.20 करोड़ रुपये से श्रमिकों को हितलाभ देने की तैयारी है। परिषद के अफसरों ने इसके लिए पूरा बजट तैयार कर लिया है। परिषद द्वारा संचालित चार योजनाओं में बजट की राशि को जहां एक ओर घटाया गया है, वहीं दूसरी ओर तीन नई योजनाओं में 10-10 लाख रुपये का बजट रखा गया है।
एक नजर योजना व बजट पर
- गणेश शंकर विद्यार्थी पुरस्कार राशि योजना: वर्ष 2020-21 में बजट था: 35 लाख रुपये वर्ष 2021-22 के लिए बजट है: 30 लाख रुपये
- डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक शिक्षा सहायता योजना: वर्ष 2020-21 के लिए बजट था: 35 लाख रुपये वर्ष 2021-22 के लिए बजट है: 30 लाख रुपये
- राजा हरिश्चंद्र मृतक आर्थिक सहायता योजना: वर्ष 2020-21 के लिए बजट था: साढ़े चार लाख रुपये वर्ष 2021-22 के लिए बजट है: तीन लाख रुपये
- ज्योतिबा फुले कन्यादान योजना: वर्ष 2020-21 के लिए बजट था: 65 लाख रुपये वर्ष 2021-22 के लिए बजट है: 50 लाख रुपये
इन तीन नई योजनाओं में 10-10 लाख रुपये का बजट
2-स्वामी विवेकानंद ऐतिहासिक पर्यटन यात्रा योजना
3-चेतन चौहान क्रीड़ा प्रोत्साहन योजना
- -नए सत्र के लिए परिषद की ओर से बजट तैयार कर लिया गया है. पिछले सत्र में यह राशि दो करोड़ 57 लाख रुपये थी, जिसे बढ़ाकर तीन करोड़ 20 लाख रुपये कर दिया गया है। -अमित मिश्रा, उपश्रमायुक्त
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