नई दिल्ली। अयोध्या में राम मंदिर बनाने के लिए केंद्र सरकार की ओर से गठित हुए राम मंदिर ट्रस्ट में महंत नृत्य गोपाल दास का नाम शामिल न होने पर उठे विरोध के बीच डैमेज कंट्रोल की कोशिश तेज हुई है। श्री राम जन्मभूमि न्यास का कहना है कि गृह मंत्री अमित शाह ने महंत नृत्य गोपाल दास का नाम कुछ कानूनी और तकनीकी कारणों से ट्रस्टियों की सूची में न होने का हवाला देते हुए आश्वासन दिया कि आगे उन्हें बड़ी जिम्मेदारी मिलेगी। उन्हें ट्रस्ट का अध्यक्ष बनाया जाएगा।
श्री राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के उत्तराधिकारी कमल नयन दास के शिष्य अजय शास्त्री ने फोन पर शुक्रवार को इस बात की पुष्टि की कि गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को महंत गोपाल दास से वार्ता की थी।
अजय शास्त्री ने बताया कि ट्रस्ट में अयोध्या में राम मंदिर आंदोलन से जुड़े लोगों को स्थान न मिलने पर जब संत समुदाय में नाराजगी हुई तो महापौर और स्थानीय विधायक गुरुवार को महंत नृत्य गोपाल दास से मिलने पहुंचे थे। इस दौरान उन्हें मंदिर में नहीं घुसने दिया गया था। मामला जब अमित शाह तक पहुंचा तो उन्होंने दोपहर ढाई से तीन बजे के बीच फोन पर महंत से बातचीत की।
अजय शास्त्री का दावा है कि गृह मंत्री ने फोन पर नृत्य गोपाल दास को आश्वसान दिया कि कुछ वजहों से उनका नाम ट्रस्टियों की सूची में नहीं है। मगर आगे उन्हें अध्यक्ष बनाया जाएगा। अजय शास्त्री ने कहा, “राम जन्मभूमि न्यास से जुड़े लोग इसलिए नाराज नहीं थे कि ट्रस्टियों की सूची में महंत नृत्य गोपाल दास का नाम क्यों नहीं है, बल्कि इसलिए नाराज थे कि इसमें मंदिर आंदोलन से जुड़े संतों की जगह स्थानीय दूसरे लोगों को जगह दी गई है।
उधर सूत्र यह भी बता रहे हैं कि विवादित ढांचा विध्वंस में आरोपी होने के कारण महंत नृत्य गोपाल दास का नाम ट्रस्टियों की सूची में नहीं रखा गया है। गृह मंत्री अमित शाह ने फोन पर हुई बातचीत में आश्वसान दिया है कि केस खत्म होने पर उनका नाम शामिल किया जाएगा।
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