High Speed Train: देश विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। पीएम मोदी अपनी योजनाओं से जनता को आत्मनिर्भर भारत से जोड़ रहे हैं। प्रत्येक वर्ग के लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार योजनाओं का संचालन कर रही है। वही लोगों का यात्रा करने में अधिक समय न बर्बाद हो इसलिए रेलवे नई – नई ट्रेन ला रहा है। भारत में इस समय वन्दे भारत ट्रेन का क्रेज है। क्योंकि वंदे भारत ट्रेनों की रफ्तार 180 किमी प्रति घंटे की है।
वही अब एक नई ट्रेन अमृत भारत भी देश को मिलने वाली है। जिसकी रफ़्तार 130 किलोमीटर प्रति घंटे की होगी। लेकिन इन सभी ट्रेनों के इतर देश के लोगों को इतंजार है बुलेट ट्रेन के आने का। क्योंकि बुलेट ट्रेन की रफ्तार 100 या 200 किलोमीटर प्रति घंटा की न होकर 300 किलो मीटर प्रति घंटा की होगी। जो आपको आपके गंतव्य स्थल तक फ्लाइट की स्पीड में एक झटके में पहुंचा देगी। वही आज हम इस लेख में आपको दुनिया की सबसे हाई-स्पीड ट्रेन के विषय में बताने जा रहे हैं। यह ट्रेन 300 या 400 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से न चलकर 603 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पटरी पर दौड़ती है। तो आइये जानते हैं हाई- स्पीड ट्रेन के विषय में –
दुनिया की सबसे तेज स्पीड वाली ट्रेन चीन की पटरियों पर दौड़ती है। इस ट्रेन का नाम है मैग्लेव ट्रेन जो एक बुलेट ट्रेन है। इसकी स्पीड 603 किमी प्रति घंटा है। यह ट्रेन इतनी स्पीड में चलती है कि आप अपनी डेस्टिनेशन पर एक झटके में पहुंच जाते हैं। अगर कोई व्यक्ति इस ट्रेन की स्टेशन पर खड़े होकर वीडियो बनाना चाहे या उसकी तस्वीर निकालना चाहे तो वह एक बेहतर तस्वीर नहीं निकाल सकता है। इसके साथ ही चलती हुई मैग्लेव बुलेट ट्रेन की स्पीड के कारण उसके डिब्बे भी गिन पाना असम्भव है।
मैग्लेव बुलेट ट्रेन की नॉर्मल स्पीड 300 किमी प्रति घंटे की है, जबकि टॉप स्पीड 603 किमी प्रति घंटे की है। यह जर्मनी तकनीकी पर बनी हुई है। जिसे चीन ने अडॉप्ट किया है। बता दें चीन के ट्रेन मेकर सीआरआरसी कंपनी ने इस बुलेट ट्रेन के टॉप स्पीड का सक्सेसफुल ट्रायल किया था। इससे पहले जो ट्रेन दुनिया की सबसे हाई स्पीड ट्रेन यूरोडुप्लेक्स टीजीवी थी। यह फ़्रांस की ट्रेन थी।
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