धर्मिक:- हिन्दू धर्म मे दो प्रकार के ग्रन्थ होते हैं श्रुति और स्मृति। श्रुति के अंतर्गत वेद का जिक्र होता है और स्मृति के अंतर्गत पुराणों का जिक्र है। वही अगर हम पुराणों की बात करे तो कुल पुराणों की संख्या 18 होती है। पुराणों को वेदव्यास ने लिखा है। वही अगर हम सबसे ज्यादा […]
आध्यात्मिक:- वट सावित्री पूजा का हिन्दू धर्म मे अत्यधिक महत्व है यह पर्व पूरे भारत मे सुहागिन महिलाओं द्वारा मनाया जाता है। धर्म ग्रन्थों में कहा गया है कि जो महिलाएं वट सावित्री का व्रत करती है उनके पति की उम्र लंबी होती है। वही इस साल वट सावित्री का वट सावित्री व्रत ज्येष्ठ माह […]
मेष आज आपका अधिक समय घर पर ही बीतेगा किंतु अपनी वाणी पर नियंत्रण रखें और सहने की शक्ति रखें क्रोध के कारण कुछ नई समस्याओं को जन्म दे सकते हैं धर्म से संबंधित क्षेत्रों में समय कुछ चुनौतीपूर्ण रह सकता है। वृषभ आज परिजनों के साथ रिश्तो में सुधार होगा और उनका सहयोग भी […]
आध्यात्मिक:- ऋषि मुनियों से लेकर देवी देवताओं की जन्म भूमि भारत अपने भीतर कई रहस्यों को छुपाए हुए है। कहा जाता है यदि इस सम्पूर्ण विश्व मे कही धर्म है तो वह सिर्फ भारत में है भारत धर्म को अपना मूल मानता है और इसी के नियमो से बंधा हुआ है। लेकिन आज के समय […]
Bhagwat Geeta:- आज के समय मे भोजन तो हर कोई करता है लेकिन आजकल की भीड़ भाड़ और जल्दबाजी की दुनिया मे सभी के भोजन करने के नियम खूब बदल गए हैं अब कोई भी सुचारू तरीके से भोजन नहीं करता है और न भोजन करने के विशेष नियमो को जानता है। वास्तव में भोजन […]
डेस्क। अगर आप देवी पूजा में विश्वास रखते हैं तो आपने मां कालिका के अष्ट या चौंसठ योगिनी रूपों के बारे में अवश्य सुना होगा। कई लोग इन योगिनियों से परिचित भी होंगे। योगिनियो को ही तंत्र विद्या की देवी भी कहां जाता है। हर योगिनी किसी विशेष शक्ति की प्रतिमूर्ति होती है। वैसे तो […]
डेस्क। दुनिया में कई इमारतें ऐसी हैं जो अपनी नक्काशी से आपको अचंभे में डाल दें। पर भारत की कई इमारतें वास्तुकला और अपने अनोखेपन के लिए जानी जाती है। कई भरतीय इमारतों से जुड़ी लोक कथाएं भी आज विश्व प्रसिद्ध हैं। आज हम आपको भारत में स्थित एक ऐसा मंदिर (रत्नेश्वर महादेव, वाराणसी) की […]
मेष भूमि से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण फैसला आपके द्वारा लिया जाएगा खर्चों की अधिकता के कारण आज आप परेशान हो सकते हैं. वृषभ आज आप अपनी बातों को घुमा फिरा कर कहने से बचे यदि आज आप स्पष्ट रूप से अपनी बातों को लोगों के सामने रखते हैं तो आपकी समस्या का हल शीघ्र ही […]
आध्यात्मिक:- धर्म एक ऐसा शब्द है जो लोगो के जीवन का आधार होता है और उन्हें जीवन जीने का सुचारू तरीका सिखाता है। यह वैसे तो स्वतंत्रता का प्रतीक है लेकिन इसके कुछ नियम है जो व्यक्ति को सही और गलत का बोध कराते हैं वही जब बात हिन्दू धर्म की हो तो यह वास्तव […]
आध्यात्मिक:- स्वप्न शास्त्र के अनुसार सपना मनुष्य के जीवन का अभिन्न अंग माना गया है। ऐसा माना जाता है कि मनुष्य जो कुछ भी सपने में देखता है वह भवष्य की धटनाओं की ओर इशारा करता है। साथ ही कुछ स्वप्न ऐसे होते हैं जो भविष्य में घटित होने वाले शुभ संकेतों को दर्शाते हैं। […]
सूर्य भगवान का मनन करते हुए किसी भी महीने के शुक्ल पक्ष रविवार को सूर्योदय के आसपास आरम्भ करके रोज इस 5 स्तोत्र का पाठ करने से नेत्र रोग से निजात मिलता है। इसका आरम्भ करने से पहले सूर्य नारायण का ध्यान करके दाहिने हाथ में जल, अक्षत, लाल पुष्प लेकर विनियोग मंत्र पढ़िए, जो […]
आज के समय मे हर कोई यह जानने की अभिलाषा रखता है कि आखिर मोक्ष की व्यवस्था में एक गृहस्थ का भविष्य क्या है और क्या मोक्ष की प्राप्ति हेतु सन्यासी होना आवश्यक है। आज हम इस लेख में आपके इस सवाल का जवाब लेके आए हैं और हम आपको बताएंगे कि आप मोक्ष को […]
आध्यात्मिक:- आज मंगलवार के दिन शाम शवा 5 बजे वृषभ राशि से बुध की वक्री चाह आरम्भ हो गई है। बुध व्यापार और अर्थव्यवस्था के गुरु माने गए हैं यह व्यक्ति के जीवन मे धन की वर्षा करते हैं और सुख सम्रद्धि को बनाए रखते हैं। लेकिन अगर राशि मे बुध की वक्री चाल का […]
डेस्क। ग्रीष्मकाल के लिए बदरीनाथ मंदिर के कपाट रविवार को ब्रह्ममुहुर्त में 6:15 बजे खोल दिए गए। श्रद्धालु अगले छह महीने मंदिर में भगवान बदरीनाथ के दर्शन कर सकेंगे। इस पावन मौका का साक्षी बनने के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु बदरीनाथ धाम पहुचे। जानिए मंदिर से जुड़ी कथा बद्रीनाथ मंदिर से जुड़ी मान्यता है […]
आज के समय मे सपना देखना प्रत्येक व्यक्ति के जीवन का हिस्सा बन चुका है और हर व्यक्ति रात में या दिन में सोते समय सपना देखता ही है . कई व्यक्ति ऐसे भी होते हैं, जो ये कहते हैं कि हम सपने नहीं देखते. परंतु ये कुछ हद तक गलत कथन है, क्योंकि सपना […]
परशुराम जयंती पूजा विधि- तृतीया तिथि को ब्रह्म मुहूर्त में उठकर सभी कामों को भूलकर सबसे पहले स्नान कर लें। इसके बाद साफ कपड़े पहनकर मंदिर जाकर या घर की साफ-सुथरी जगह पर एक चौकी पर आसन (कपड़ा) बिछाकर भगवान परशुराम की तस्वीर या फिर मूर्ति को स्थापित करें। अब जल, चंदन, अक्षत, गुलाल, फूल […]