आध्यात्मिक| होली का त्योहार हिन्दू धर्म मे बड़े उल्लास के साथ मनाया जाता है। यह त्योहार एकता का प्रतीक है। इस त्योहार के दिन लोग अपना बैर भुलाकर लोगों के साथ सहिष्णुता की भावना से जुड़ते हैं। लेकिन इस बार होली के रंगोउत्सव व होलिका दहन को लेकर लोगो के मन मे कई सवाल है […]
डेस्क। इस साल होली का त्योहार 18 मार्च को मनाया जाएगा। होली से 8 दिन पहले होलाष्टक शुरू हो जाता है यह आठ दिन पहले से होलिका दहन तक रहते हैं। धार्मिक मान्यताओं की माने तो होलाष्टक के दौरान किसी भी मांगलिक कार्य करने पर पाबंदी होती है। इसी कारण होलाष्टक प्रारंभ होने के साथ […]
आध्यात्मिक| गुस्सा मनुष्य का सबसे बड़ा दुश्मन माना जाता है। यह व्यक्ति के बने हुए कामो को।बिगाड़ देता है। गुस्से के चलते न सिर्फ रिश्तों में कटुता आती है बल्कि रिश्ते बिल्कुल खराब हो जाते हैं। कई बार आपका अधिक क्रोध आपके घर मे क्लेश का कारण बनता है और घर की सुख समृद्धि नष्ट […]
डेस्क। इस साल 1 मार्च, मंगलवार के दिन शिव और शक्ति के मिलन का महापर्व महाशिवरात्रि मनाई जा रही है। साथ ही में इस शिवरात्रि चतुर्ग्रही योग भी बनेगा। यह चतुर्दशी मुहूर्त एक मार्च सुबह 03:16 से शुरू होकर 2 मार्च सुबह 10 बजे समाप्त होगा। शास्त्रों के अनुसार इस महापर्व पर शिव और पार्वती […]
आध्यात्मिक| अक्सर जब हम शनि देव का नाम सुनते हैं तो हम कांपने लगते हैं हमारे मन मे अनेकों सवाल आते हैं। हमारा मन घबराने लगता है और इनके प्रकोप से बचने के उपाय खोजने लगता है। क्योंकि शनि को क्रूर ग्रह माना जाता है और धार्मिक ग्रन्थों के मुताबिक शनि जल्द ही प्रसन्न और […]
आध्यत्मिक| पूरा देश कृष्ण और राधा के प्रेम की सराहना करता है लोग इन्हें प्रेम का प्रतीक बताते हैं। जब कभी भी प्रेम की मिशाल दी जाती है तो लोग राधा कृष्ण का जिक्र करते हैं। प्रेम में सबसे ऊपर अगर किसी का नाम आता है तो वह है राधा कृष्ण का है लेकिन क्या […]
आध्यात्मिक| रामायण जो की हिंदुओं का सर्वश्रेष्ठ ग्रन्थ माना जाता है। लोग मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम को अपना आदर्श मानते हैं और उनकी पूजा करते हैं। वहीं कई लोग सीता माता की अग्नि परीक्षा के चलते भगवान राम पर सवाल करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं की आखिर ऐसा क्या हुआ की मर्यादा पुरुषोत्तम […]
मकर संक्रांति 2022 का शुभ मुहूर्त- मकर संक्रांति का क्षण या सूर्य का मकर राशि में प्रवेश: दोपहर 02 बजकर 43 मिनट पर मकर संक्रांति का पुण्य काल: दोपहर 02 बजकर 43 मिनट से लेकर शाम 05 बजकर 45 मिनट तक मकर संक्रान्ति महा पुण्य काल: दोपहर 02 बजकर 43 मिनट से शाम 04 बजकर 28 […]
Diwali 2021: दिवाली भारत का मुख्य उत्सव है। इस दिन धन की देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है। फर्श की सजावट की जाती है और पूरे घर को दीयों, मोमबत्तियों और रोशनी से सजाया जाता है। परिवार उपहारों और मिठाइयों का आदान-प्रदान करते हैं और शाम को हंसी, खुशी और प्रार्थना के साथ मनाते हैं। उपहारों, […]
अमेठी। भगवान योगेश्वर श्रीकृष्ण के जन्मदिन के 12 दिन बाद मनाया जाने वाला बरही महोत्सव समाज को एकता के सूत्र में पिरोने का संदेश देता है। बाबा नंदमहर धाम में शुक्रवार देर शाम को भगवान श्रीकृष्ण बरही महोत्सव बड़ी ही धूमधाम से मनाया गया। महोत्सव में बिरहा गायन व सोहर, कजरी गीतों ने समां बांध […]
हरतालिका तीज हर साल भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है। इस साल यह 9 सितंबर को मनाई जाएगी। हरतालिका तीज पर 14 साल बाद रवियोग बन रहा है। मान्यता है कि इस शुभ संयोग में व्रत और पूजन करने से सुहागिनों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। हरतालिका तीज पर भगवान […]
शुभ दिन भगवान बलभद्र के जन्मदिन का प्रतीक है। घटना को चिह्नित करने के लिए बदादेउला और मार्कंडा पुष्करणी (तालाब) के पास विशेष अनुष्ठान आयोजित किए जाते हैं। इस दिन देवताओं को ‘गाम्हा मांड’ नामक एक विशेष ‘भोग’ की पेशकश की जाती है। आज इस अवसर पर देवताओं के पास ‘भोग मंडप’ की समाप्ति के […]
पवन कुमार की रिपोर्ट अयोध्या सावन का पहले सोमवार पर भगवान नागेश्वरनाथ महोदव के अभिषेक के लिए भक्तों की लंबी कतार हैं। बड़ी संख्या में श्रद्धालु सरयू स्नान कर नदी के जल से नागेश्वरनाथ का पूजन रहे हैं। कोरोना कॉल को देखते हुए प्रशासन छोटे समूहों में लोगों को पूजन की अनुमति दे रहा है। […]
सनातन परंपरा में गुरु पूर्णिमा का पवित्र पर्व उन सभी आध्यात्मिक गुरुओं को समर्पित है जिन्होंने कर्म योग के सिद्धांत के अनुसार स्वयं व अपने शिष्यों के साथ ही सदैव संपूर्ण जगत के कल्याण की ही कामना की। गुरु पूर्णिमा का पर्व भारत, नेपाल और भूटान में हिन्दू, जैन और बौद्ध धर्म के अनुयायी बड़े […]
संकलन– पं.अनुराग मिश्र “अनु”, अध्यात्मिक लेखक व कवि सनातन धर्म में किये जाने वाले कुल संस्कारों की संख्या 16 है।उन्हें क्रमशः गर्भाधान, पुंसवन, सीमंतोन्नयन, जातकर्म, नामकरण, निष्क्रमण, अन्नप्राशन, चूड़ाकर्म, विद्यारंभ, कर्णवेध, यज्ञोपवीत, वेदारंभ, केशांत, समावर्तन, विवाह एवं अंत्येष्टि कहा जाता है। हिंदू धर्म के अनुसार इन 16 संस्कारों का हमारे जीवन में बहुत ही महत्व माना गया है, इन्हीं 16 संस्कारों में […]
श्री राम लला की आरती दोहा-श्री हनुमत के चरन पकरि,करहुं राम गुनगान,माँ […]